आईआरसीटीसी ने इस ट्रेन को सफल बनाने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ी थी. रेलवे ने अपने प्रमोशन में कहा है कि 'इस करवा चौथ पर अपनी पत्नी को विशेष तोहफा दे सकते हैं जो उन्हें जीवनभर याद रहेगा'.
एनकाउंटर में परिजनों ने शव लेने से इंकार कर दिया जिसके बाद पुलिस ने रात में शव जला दिया. पुष्पेंद्र के मारे जाने की खबर लगते ही लोगों में उबाल पैदा हो गया.
भारत अपने पूरब में स्थित आर्थिक शक्तियों से जुड़ना चाहता है तो उसे एक ऐसी ही दुनिया बनने की कल्पना करनी चाहिए जैसी दुनिया 19वीं सदी के कोलकाता की थी. वैश्विक भारत केवल नौकरशाही वाली व्यवस्थाओं से नहीं बनेगा, उसके लिए कल्पना की परियोजना की ज़रूरत होगी.