शाह के कार्यकाल विस्तार का प्रस्ताव श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) के अध्यक्ष शम्मी सिल्वा ने किया था और एसीसी के सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से उनके नामांकन का समर्थन किया.
सुरक्षा परिषद की विफलताओं का मूल कारण इसके पांच स्थायी सदस्यों की बेहिसाब ताकत और उनका ‘वीटो पावर’ है. दुनिया जबकि लोकतंत्र की दुहाई दे रही है, यह परिषद सबसे आलोकतांत्रिक संस्था नज़र आती है.