डीएमके सांसद तिरुचि सिवा द्वारा पूछे गए सवाल के उत्तर में गृह राज्य मंत्री ने कहा, ऑनलाइन सिटीजनशिप मॉड्यूल में उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक अभी तक सिटीजनशिप के लिए चीनी लोगों के 10 अप्लीकेशन पेंडिंग हैं और 16 चीनी लोगों को इंडियन सिटीजनशिप दी गई है.
इंडोनेशिया, मलेशिया, तुर्की, श्रीलंका इस्लाम या बौद्ध धर्म की प्रमुखता के बावजूद संवैधानिक, लोकतांत्रिक और स्थिर व्यवस्था में कैसे बने रहे लेकिन पाकिस्तान, बांग्लादेश और म्यांमार ऐसा क्यों नहीं कर पाए?