अरुण जेटली ने कहा, देश में आखिरकार एक जीएसटी होनी चाहिए, जिसमें शून्य, पांच फीसदी के स्लैब होने चाहिए और अपवाद के तौर पर लक्जरी व सिन गुड्स के लिए मानक दर होनी चाहिए.
1925 में प्रकाशित गांधी की आत्मकथा बचपन से सार्वजनिक जीवन तक की कथा कहती है, लेकिन स्त्री-संसर्ग, ब्रह्मचर्य और नैतिक संघर्षों पर उनके आत्मस्वीकार एक अलग, असहज गांधी को सामने लाते हैं.