मोदी सरकार की नज़र बैंक के 9.6 खरब रुपए के सरप्लस पर, बैंक की अतिरिक्त पूंजी सरकार को हस्तांतरित करने के सुझावों के बाद पिछले साल सरकार-बैंक में ठनी थी.
बजट से पहले आरबीआई और वित्तीय संस्थानों के अधिकारियों समेत बैंकरों की बैठक में सरकार बैंकों को एमएसएमई और छोटे कर्जकर्ताओं के लिए साख प्रवाह सुगम बनाने के लिए कह सकती है.
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कॉटन का भाव जून के पहले सप्ताह में जहां 90 सेंट प्रति पौंड से ऊपर चल रहा था वहां इस समय 65 सेंट प्रति पौंड के स्तर पर आ गया है.
टीएमसी ने यूनिवर्सिटी की राजनीति को जिस तरह अपने कब्ज़े में ले लिया है, वह पश्चिम बंगाल की महिलाओं के लिए बड़ा खतरा है. मोनोजित मिश्रा जैसे लोगों को कैंपस से दूर रखना बेहद ज़रूरी है.
मुंबई, आठ जुलाई (भाषा) महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने मंगलवार को पार्टी सदस्यों और पदाधिकारियों को निर्देश जारी करके उन्हें मीडिया...