यूरोप में कोरोनावायरस संक्रमण के नए मामलों में वृद्धि और दक्षिण अफ्रीका में इस वायरस के एक नए स्वरूप से बढ़ती चिंताओं के कारण लॉकडाउन को लेकर निवेशकों की चिंता फिर से शुरू हो गई है.
कई जगहों पर टमाटर के खुदरा और थोक भाव दोगुने से भी ज्यादा बढ़कर 80 रुपये प्रति किलो पहुंच गए हैं. दक्षिणी भारत के कुछ शहरों में तो कीमतें बढ़कर 140 रुपये प्रति किलोग्राम तक हो गई हैं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने पहली बार दक्षिण अफ्रीका में पाए गए चिंताजनक नए स्वरूप को अत्यधिक संक्रामक स्वरूप के तौर पर वर्गीकृत किया है और इसे ओमिक्रॉन स्वरूप नाम दिया है.
रुपया पिछले बंद से 15 पैसे की गिरावट दर्ज करते हुए 74.55 पर कमजोर नोट पर खुला. 30-शेयर वाला सूचकांक 125.54 अंक या 0.22 प्रतिशत की गिरावट के साथ 58,215.45 पर आ गया.
प्रोफेसर और अर्थशास्त्री अरुण कुमार कहते है, 'जब रुपया कमजोर होता है तो महंगाई बढ़ती है. इससे बाहर से आने वाला माल महंगा हो जाएगा, जिसकी होलसेल प्राइस पहले से ही ज्यादा है और ज्यादा हो जाएगी.'
कृषि कानूनों को निरस्त करने के बाद अब प्रदर्शनकारी किसान चाहते हैं कि सरकार सुरक्षा-तंत्र वाले ढांचे के तहत आने वाली सभी 23 फसलों के लिए एमएसपी को कानूनी गारंटी दे.
पिछले हफ्ते ही भारत के परिदृश्य को नकारात्मक बताने के साथ उसकी रेटिंग को 'बीबीबी-' पर यथावत रखने वाली फिच ने कहा है कि मध्यम अवधि में भारत के वृद्धि परिदृश्य से जुड़े जोखिम कम हो रहे हैं.
हिंदू पीड़ित होने की धारणा मुख्य रूप से 1980 के दशक की बनाई हुई है, जिसे एलके आडवाणी ने चुनावी लाभ के लिए इस्तेमाल किया और फिर इसे बदलकर आम जनता तक पहुंचा दिया.