यह बात ऐसे समय आयी है जब जून तिमाही में वृद्धि दर छह साल के न्यूनतम स्तर 5 प्रतिशत पर आ गयी. इसके बाद आरबीआई ने 2019-20 के लिये आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को कम कर 6.1 प्रतिशत कर दिया है.
अर्थव्यवस्था को सुस्ती से उबारने के लिए सरकार की तरफ से हाल में उठाए गए कदमों के आलोचक स्वामी ने भाजपा सरकार के पिछले पांच वर्षो को मैक्रो-इकोनॉमी के लिए बुरा बताया.
नवरात्र 29 नवंबर से शुरू हो रहा है, जब महंगी धातुओं की खरीदारी जोर पकड़ने वाली है. ऐसे में सोने का भाव फिर एक बार 40,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के ऊपर जा सकता है.