अमित भारद्वाज, जिसने कथित तौर पर 2,000 करोड़ रुपये का चूना लगाकर कई लोगों को ठगा और दुबई चला गया, बुधवार को भारत पहुंचा और जाँच एजेंसियों को सौंप दिया गया है।
सुरक्षा परिषद की विफलताओं का मूल कारण इसके पांच स्थायी सदस्यों की बेहिसाब ताकत और उनका ‘वीटो पावर’ है. दुनिया जबकि लोकतंत्र की दुहाई दे रही है, यह परिषद सबसे आलोकतांत्रिक संस्था नज़र आती है.