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Tuesday, 2 July, 2024
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अर्थजगत

लोन चुकता न होने की समस्या से कैसे निपटें- सीखें चेन्नई के इस बैंक से

इंडियन बैंक कम एनपीए और रिकॉर्ड मुनाफ़े वाला इकलौता सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक है. नई दिल्ली: वर्षों से, मध्य आकार और छोटे सार्वजनिक क्षेत्र के...

युवाओं का मोदी से सीधा सवाल क्या हुआ नौकरियों के वादे का

पीएम मोदी सालाना 1 करोड़ नौकरियां सृजन करने में विफ़ल हो गए है. अगले साल आम चुनावों में 13 करोड़ नए मतदाताओं के लिए जो पहली बार वोट करेंगे उनके लिए यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा होगा.

फैब इंडिया और केवीआईसी को टक्कर देने, अब खादी बाज़ार में आएगा पतंजलि

100 विशेष खुदरा दुकानों को खोलने के अलावा यह 15,000 केवीआईसी स्टोरों के माध्यम से भी अपने उत्पाद बेचने की बना रहा है योजना

कहां हैं नौकरियां? मोदी सरकार का ‘रोज़गार बैंक’ जल्द ही दे सकता है इसका जवाब

मोदी सरकार जो हर साल एक करोड़ नौकरियां बनाने के वादे के आधार पर सत्ता में आई थी, की गंभीर आलोचना की गई जिसके बाद सरकार ने वार्षिक रोजगार सर्वेक्षण नहीं किया

जीएसटी ने पूरा किया एक साल, अच्छी ख़बरों के साथ बुरी ख़बरें अब भी हैं बरक़रार

जीएसटी की सालगिरह के बाद नीति निर्माताओं का कहना है कि पिछले साल कर संग्रह बढ़ा है और प्रारंभिक समस्याओ को सुलझा लिया गया है।

बिहार शराब बैन: राज्य कंगाल, पड़ोसी राज्य मालामाल

दिसम्बर 2015 में जब से नितीश कुमार ने शराब पर प्रतिबन्ध लगाया है तब से बिहार के पड़ोसी राज्यों, झारखण्ड और पश्चिम बंगाल, ने अपने-अपने उत्पाद राजस्व में नियमित वृद्धि देखी है।

गूगल हैंगआउट्स से लेकर स्वदेशी व्हाट्सएप्प तक, पतंजलि किम्भो के पीछे इस टेकी का है हाथ

अदिति कमल, जो गूगल हैंगआउट्स की टीम लीडर थीं का कहना है कि वे हमेशा से एक देसी चैटिंग प्लेटफार्म डेवेलप करना चाहती थीं; पतंजलि अब इस एप्प को 21 जून को लॉन्च करेगी

अर्थव्यवस्था के मामले में भारत की तुलना इंडोनेशिया से करें चीन से नहीं

मुख्य मानदंडों पर इंडोनेशिया चीन से ज्यादा फिट है। यह एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था है जिसमें प्रति व्यक्ति आय ($ 4,000) हमसे दो गुनी है, जिसे हम 2030 तक ही हासिल कर पाएंगे।

भारतीयों को 2000 करोड़ का चूना लगाने वाले पूर्व इंफोसिस टेकी को दुबई से भगाया गया

अमित भारद्वाज, जिसने कथित तौर पर 2,000 करोड़ रुपये का चूना लगाकर कई लोगों को ठगा और दुबई चला गया, बुधवार को भारत पहुंचा और जाँच एजेंसियों को सौंप दिया गया है।

मत-विमत

मोदी की ‘एक्ट ईस्ट पॉलिसी’ की सफलता के सूत्र सन 1800 के कोलकाता से मिल सकते हैं

भारत अपने पूरब में स्थित आर्थिक शक्तियों से जुड़ना चाहता है तो उसे एक ऐसी ही दुनिया बनने की कल्पना करनी चाहिए जैसी दुनिया 19वीं सदी के कोलकाता की थी. वैश्विक भारत केवल नौकरशाही वाली व्यवस्थाओं से नहीं बनेगा, उसके लिए कल्पना की परियोजना की ज़रूरत होगी.

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राजनीति

देश

बहराइच में पानी से भरे गड्ढे में डूबने से दो चचेरे भाइयों की मौत

बहराइच (उप्र) दो जुलाई (भाषा) बहराइच जिले के खैरीघाट थाना क्षेत्र के एक गांव में मंगलवार दोपहर बाद बारिश के पानी से भरे गड्ढे...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.