कंपनियां तेजी से बाजार से फंड जुटाने की कोशिश कर रही हैं, जबकि बैंक पर्सनल लोन पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि इस बदलाव की वजह एनपीए संकट और हाउसहोल्ड पर भरोसा है.
क्या eRUPI पिगीबैक बड़े 'डिजिटल स्टैक' के एक महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में हो सकता है? आरबीआई का कॉन्सेप्ट नोट एक दिशा देता है, लेकिन कुछ चिंताएं हैं जिनका समाधान किया जाना चाहिए.
प्रधानमंत्री मोदी जाहिर तौर पर राजनीतिज्ञों की तुलना में सेवारत और सेवानिवृत्त नौकरशाहों पर अधिक विश्वास जताते हैं. हालांकि, आईएएस अधिकारी इसे शायद संदेह की नजर से देख रहे होंगे.
महाकुम्भ नगर, 16 जनवरी (भाषा) उत्तर प्रदेश सरकार में वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बृहस्पतिवार को यहां ‘संविधान गैलरी’ का उद्घाटन किया।इस कार्यक्रम में...