राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों से पता चलता है कि UP में शस्त्र अधिनियम के तहत मामलों की संख्या लगभग 16 प्रति लाख है, जो राष्ट्रीय औसत (5.4) से 3 गुना अधिक है, जबकि अपहरण के मामलों और हिंसक अपराधों में कमी आई है.
करनाल के एसपी शशांक कुमार ने बताया कि हादसे में 4 लोगों की मौत हुई है और 20 लोग घायल हुए हैं. कोई लापता नहीं है. हमने मजदूरों की लिस्ट क्रॉस चेक की है.
सपा के पूर्व सांसद अतीक अहमद ने पहले आशंका व्यक्त की थी कि अहमदाबाद जेल से प्रयागराज लाए जाने के दौरान पुलिस मुठभेड़ के नाम पर उसकी हत्या की जा सकती है.
निरानाराम चेतनराम चौधरी को पिछले महीने सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश के बाद रिहा कर दिया गया था. कोर्ट ने पुष्टि करते हुए कहा था कि जब सितंबर 1994 में उसे पुणे में सात लोगों की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, उस समय वह किशोर था.
यूपी पुलिस ने अदालत को बताया था कि अतीक अहमद ने बयान में आईएसआई और लश्कर के साथ संबंधों को स्वीकार किया और बताया कि कैसे उमेश पाल की हत्या की साजिश 'जेल में रची गई' थी. वकीलों का कहना है कि 'पुलिस वर्जन' अदालत में मान्य नहीं है.
उमेश पाल हत्याकांड में अतीक अहमद और उसका परिवार सवालों के घेरे में आ गया था. अतीक अहमद को इसी मामले में दोषी ठहराया गया है, इसके खिलाफ पिछले 43 वर्षों में 100 से अधिक मामले दर्ज हैं.
प्रयागराज के चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट कोर्ट ने बृहस्पतिवार को अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को उमेश पाल हत्याकांड में 4 की दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है.
बेलथंगडी (दक्षिण कन्नड़), 22 अप्रैल (भाषा) कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले के मंगलुरु में सोमवार शाम को गुरुवायणकेरे-कार्कल रोड पर अलडांगडी में दो कारों...