सीबीआई ने पेपर लीक न होने की पुष्टि के बाद रिपोर्ट दर्ज की. एक स्कूली छात्र ने स्क्रीनशॉट से छेड़छाड़ की और अगले परीक्षा के पेपर को शेयर करने का झूठा वादा करके 20,000 रुपये कमाए.
बचाए गए लोग उन सैकड़ों भारतीयों में से हैं जिन्हें फर्जी नौकरी के ऑफर का लालच देकर दक्षिण-पूर्व एशिया में साइबर स्लेवरी में धकेला गया. लाओस में भारतीय दूतावास ने बताया कि पिछले साल अगस्त में 47 लोगों को मुक्त कराया गया था.
कोटखाई में 16-वर्षीय लड़की के साथ बलात्कार और हत्या के बाद नेपाल के श्रमिक सूरज सिंह को गिरफ्तार किया गया था. हालांकि, पुलिस हिरासत में रहते हुए रहस्यमय परिस्थितियों में उसकी मौत हो गई.
उन्हें कड़ाके की सर्दी में कपड़े उतारने, पेट के बल ज़मीन पर लेटने और रात भर बीच-बीच में कोड़े खाने के लिए मजबूर किया जाता. वह रास्तों से बचा हुआ खाना उठाते, यहां तक कि मृतकों की जेबों से भी हाथ साफ करते.
कोर्ट ने उन्हें 2018 में गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान दंगा करने और शांति भंग करने के लिए जानबूझकर अपमान करने सहित अन्य आरोपों में दोषी पाया. सज़ा शुक्रवार को घोषित की जाएगी.
दिल्ली में अब तक की सबसे बड़ी ड्रग जब्ती के सिलसिले में दिसंबर में बैसोया के छोटे भाई रविंदर को गिरफ्तार किया गया. उसका बड़ा भाई और संदिग्ध मास्टरमाइंड वीरेंद्र फरार है.
आरोपी ने दावा किया कि पड़ोसी और रिश्तेदार उनके परिवार को नुकसान पहुंचाना चाहते थे और पुलिस ने उनकी शिकायत पर कोई ध्यान नहीं दिया. हालांकि, पड़ोसियों का आरोप है कि वे अपनी मां और बहनों के साथ मारपीट करता था.
2023-24 की अवधि के दौरान 2,331 विदेशियों को उनके देश वापिस भेजा गया, जिनमें से 1,470 नाइजीरिया से, 411 बांग्लादेश से और 78 युगांडा से थे. 98 लाख से अधिक विदेशी भारत आए थे.
गिरफ्तार किए गए लोगों में से अधिकांश, 70, पंजाब से हैं. पुलिस का कहना है कि गिरफ्तारियां वीज़ा धोखाधड़ी के गिरोहों को तोड़ने और इमिग्रेशन की खामियों का फायदा उठाने के लिए एजेंटों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले तरीकों को उजागर करने के लिए बड़े अभियान का हिस्सा हैं.
देखा जाए तो रक्षा के क्षेत्र से संबंधित संयुक्त बयान में सभी उचित मुद्दों को छुआ गया है. लेकिन भारत-अमेरिका रक्षा सहयोग के पिछले दो दशकों में वादे तो बहुत किए गए लेकिन उनसे बहुत कुछ हासिल नहीं हुआ.