इन्साकोग ने अपने नवीनतम बुलेटिन में इस बात का खुलासा किया कि है इस साल जनवरी के बाद से भारत में जीनोमिक सिक्वेंसिंग के लिए भेजे गए सभी कोविड -19 नमूनों में से लगभग आधे की पहचान ओमिक्रॉन के रूप में की गई है.
भारत में हाल-फिलहाल में STIs पर किसी भी तरह का एपिडेमियोलॉजिकल डेटा इकट्ठा नहीं किया गया है. ऐसे में आज भी आईसीएमआर के द्वारा किए गए 2002-03 के 6% इन्फेक्शन की दर वाले अनुमानित डेटा का ही हवाला दिया जाता है.
शोधकर्ताओं ने कहा कि वैश्चिक महामारी से निपटने की प्रभावी नीतियों में मानसिक स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभावों को दूर करने के तरीकों को भी शामिल किया जाना चाहिए.
डीसीजीआई ने हैदराबाद आधारित फार्मा कंपनी भारत बायोटेक को इस संबंध में आंकड़े प्रस्तुत करने को कहा है. भारत बायोटेक को पहले दो महीने तक प्रति 15 दिन पर और इसके बाद 5 महीने तक प्रति माह आंकड़े देने होंगे.
विशेषज्ञों का कहना है कि घरों में बंद रहने और शराब ज्यादा पीने की वजह से मामले बढ़े हैं जबकि कुछ का मानना है कि लोगों ने जांच ज्यादा करावाई हैं जिसकी वजह से मामले बढ़े हुए नजर आ रहे हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, देश में कोरोनावायरस से अब तक संक्रमित हो चुके लोगों की संख्या बढ़कर 4,30,60,086 हो गई वही मृतक संख्या बढ़कर 5,22,223 हो गई है.
जाइडस लाइफसाइंसेज द्वारा विकसित इस कोविड वैक्सीन को सितंबर 2021 में 12 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों में उपयोग के लिए अनुमोदित किया गया था. केंद्र ने पिछले साल इसकी 1 करोड़ खुराक का क्रय आदेश दिया था और फरवरी में इसकी डिलीवरी शुरू हुई थी.