भारत में कोविड-19 के मामले सात अगस्त को 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख का आंकड़ा पार कर गए थे. यह आंकड़ा 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख और 11 अक्टूबर को 70 लाख की संख्या को पार कर गया.
दिप्रिंट को दिए एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में, केरल की स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने कहा, कि जनसंख्या और महामारी विज्ञान से जुड़े कुछ ऐसे कारण हैं, जिनकी वजह से केरल कोविड की चपेट में आ जाता है.
डॉक्टरों के संगठन ने आयुष को बढ़ावा देने पर स्वास्थ्य मंत्री से सवाल किए थे, वहीं आयुष वैज्ञानिकों ने पूछा है कि प्रभावी होने का कोई प्रमाण न होने के बावजूद एचसीक्यू का इस्तेमाल क्यों किया गया.
शैलजा ने कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों के प्रयासों के चलते ही राज्य में कोरोनावायरस के कारण मृत्यु दर 0.36 फीसदी बनाकर रखी जा सकी है, वह भी तब जब संक्रमण के मामले यहां बढ़ रहे हैं.
देश में कोविड-19 के कुल मामलों की संख्या 69 लाख के पार हो गई है. हालांकि संक्रमितों और मरीजों की संख्या में तेजी से कमी आ रही है पिछले 24 घंटे में 70 हजार लोग संक्रमित हुए हैं जबकि 964 और लोगों की मौत हुई है.
एसबीआई रिसर्च रिपोर्ट में कहा गया है कि आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना और केरल में, 50-60 प्रतिशत कोविड मामले, अगस्त में इन त्योहारों के बाद सामने आए.
ड्राफ्ट सीड्स बिल में बड़े आइडिया सही हैं — यूनिवर्सल रजिस्ट्रेशन, ट्रेसबिलिटी, असली पेनल्टी. पंजाब के लिए काम तभी बनेगा जब इसमें फेडरल सिस्टम और किसान-हित से जुड़े बारीक मुद्दे ठीक से तय हों.