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Sunday, 9 February, 2025
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एक दशक में दोगुनी हुई आईआईएमसी की फ़ीस, छात्रों की मांग- ‘फी मस्ट फॉल’

1965 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने सूचना प्रसारण मंत्री के तौर पर आईआईएमसी का उद्घाटन किया था . यहां मुख्यत: हिंदी-अंग्रेज़ी और रेडियो टीवी पत्रकारिता सहित पांच कोर्स चलाए जाते हैं.

शिक्षा मंत्रालय की हाई पावर कमेटी की तीसरी बैठक में भी नहीं पहुंचे जेएनयू वीसी

जेएनयू में हो रहे विरोध प्रदर्शन को लेकर अगले बृहस्पतिवार तक कोई रास्ता नहीं निकलता है, तो जेएनयू में ठप पड़ी पढ़ाई के एक महीने पूरे हो जाएंगे.

जेएनयू में फीस वृद्धि के खिलाफ सड़क पर एबीवीपी, लगे ‘शिक्षामंत्री होश में आओ’ के नारे

एबीवीपी के छात्रों का कहना है कि लेफ़्ट के छात्रों ने हाल ही में शिक्षा मंत्रालय की हाई पावर कमेटी के साथ बैठक कर फ़ीस वृद्धि को पूरी तरह से रोलबैक करने के मामले में समझौता किया है.

आईआईटी, आईआईएम की फैकल्टी हायरिंग में जाति आधारित आरक्षण सुनिश्चित हो : मोदी सरकार

आईआईटी, आईआईएम और आईआईएसईआर फैकल्टी की हायरिंग में आरक्षण के मानदंडों का पालन नहीं करते थे. सरकार ने अब सभी शिक्षण पदों पर कोटा लागू करना अनिवार्य कर दिया है.

‘पहले आप-पहले आप’ पर समाप्त हुई एचआरडी की हाई पावर कमेटी और जेएनयू छात्रों की पहली मुलाक़ात

शिक्षा मंत्रालय की 'हाई पावर कमेटी और जेएनयू छात्रों की बैठक से मिली जानकारी में विरोधाभासी जानकारी सामने आ रही है. दोनों की अगली मुलाकात शुक्रवार को होनी है.

फ़ीस बढ़ने के बाद केंद्रीय विश्वविद्यालयों में सबसे महंगा होगा जेएनयू में रहना-खाना

हालांकि, जेएनयू ईसी ने हॉस्टल फ़ीस घटा दी है, लेकिन अन्य केंद्रीय विश्वविद्यालयों से तुलना करें तो बढ़ी फ़ीस के बाद जेएनयू में रहना-खाना सबसे महंगा होगा.

भारत में फार्मा सेक्टर में बूम के दौरान सैकड़ों कॉलेज बने, लेकिन सरकार अब और कॉलेज नहीं चाहती है

भारत ने फार्मा उद्योग की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए खराब गुणवत्ता वाले संस्थानों की जांच करने के लिए 2021-22 तक नए फार्मा कॉलेजों पर रोक लगा दी है.

फीस बढ़ोतरी की मार से 40 फीसदी बच्चों को बचाने के लिए जेएनयू के छात्रों का प्रदर्शन

हाल ही में जेएनयू के हॉस्टल मैन्युअल में बदवाल करके हॉस्टल की फ़ीस बढ़ाई गई है. बढ़ी हुई फ़ीस की वजह से 40% छात्रों के प्रभावित होने की आशंका है.

मोदी सरकार की आईआईटी और आईआईएम की तर्ज पर लिबरल आर्ट्स विश्वविद्यालय स्थापित करने की योजना

नई शिक्षा नीति के नवीनतम दस्तावेज के अनुसार लिबरल आर्ट्स की उच्च शिक्षा के लिए प्रस्तावित इन विश्वविद्यालयों को मल्टीडिसीप्लिनरी एजुकेशन एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी (मेरू) कहा जाएगा.

दो सालों से नहीं मिली जेएनयूएसयू को मान्यता, मिला ऑफ़िस खाली करने का नोटिस

यूनिवर्सिटी प्रशासन और हाल में चुने गए छात्र संघ के बीच लगातार चल रहे विवाद में ये नया मोड़ सामने आया है. विवाद जेएनयूएसयू के चुनाव के बाद शुरू हुआ था.

मत-विमत

आखिर यह किसका बांग्लादेश है? आम लोग, जमात या पाकिस्तान?

वर्तमान बांग्लादेश को हेमलेट की तरह ही उस सवाल का सामना करना होगा जो उसे परेशान करता था. 1971 में 75 मिलियन सपनों से जन्मा बांग्लादेश बनना है या नहीं? या उसका व्यंग्य?

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दिल्ली में ‘आप’ की हार भारत में क्षेत्रीय दलों का अंत नहीं: बीजद

भुवनेश्वर, आठ फरवरी (भाषा) बीजू जनता दल (बीजद) ने शनिवार को कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) की हार का ओडिशा की...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.