रिपोर्ट कहती है कि मध्यम आकार की कंपनियों का राजस्व तिमाही के दौरान 5-6 प्रतिशत बढ़ सकता है. हालांकि, ये कंपनियां सालाना आधार पर 20 से 34 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि दर्ज करेंगी.
गवर्नर शक्तिकांत दास ने स्वीकार किया कि लागत बढ़ने की वजह से उत्पन्न मुद्रास्फीति को लेकर चिंता बनी हुई है. उन्होंने खाद्य और ऊर्जा कीमतों को काबू में लाने के लिये आपूर्ति के मोर्चे पर ठोस उपाय करने का आह्वान किया.
सोमवार को आरबीएल बैंक के शेयरों में तेजी से गिरावट के बाद आरबीआई ने स्पष्ट किया था कि इस बैंक की वित्तीय स्थिति अच्छी है लेकिन बाजार विश्लेषकों का मानना है कि आरबीआई के पास ऐसे कारण हो सकते हैं जिन्हें वह सार्वजनिक नहीं करना चाहता.
अगर कांग्रेस साझा नेतृत्व और ज़मीनी संघर्ष को प्राथमिकता दे, तो INDIA गठबंधन अब भी भाजपा-आरएसएस की सत्ता-प्रधान राजनीति के खिलाफ लोकतंत्र का सबसे मज़बूत प्रहरी बन सकता है.