मुंबई, 20 जनवरी (भाषा) एशियाई बाजारों में मिलेजुले रूख, विदेशी पूंजी की निरंतर निकासी और इंफोसिस, एचसीएल टेक तथा रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसे बड़े शेयरों...
नयी दिल्ली, 19 जनवरी (भाषा) राष्ट्रीय कंपनी विधि अपीलीय न्यायाधिकरण (एनसीएलएटी) ने एरिक्सन इंडिया और एरिक्सन इंडिया ग्लोबल सर्विसेज की तरफ से दायर अर्जियों...
यह समझ से परे है कि भाजपा जब भारत की सबसे मज़बूत पार्टी की स्थिति में है, तब वह जाति जनगणना जैसे विघटनकारी कदम को क्यों उठाए. अगर राहुल गांधी जैसे विपक्षी नेता ऐसी विघटनकारी राजनीति करते हैं, तो बात समझ में आती है. वे भाजपा के राजनीतिक प्रभुत्व को तोड़ने के लिए बेताब हैं, लेकिन भाजपा क्यों?