मोहन जोशी हाज़िर हो सिनेमा के अक्ष में भीष्म साहनी को मौजूदा वक्त में देखना और समझना इसलिए भी जरूरी हो जाता है क्योंकि देश के तमाम बड़े शहरों के आलीशान इमारतों का जो सच हमारे सामने दिखता है...उसकी पूरी तस्वीर उन शहरों के चॉल और झुग्गी बस्तियों से होकर गुज़रती है.
बंकिम चंद्र चटर्जी द्वारा लिखे वंदे मातरम गीत को हिंदू-मुस्लिम दोनों ने ही आजादी का तराना बनाया पर इसके कुछ अंशों में देवी-देवताओं की बात होने से मुस्लिम इसे राष्ट्रीय गीत बनाने के खिलाफ हो गए थे.
पुलिस को कोरोना वॉरियर कहते हुए लेखक और गीतकार गुलज़ार देशवासियों से पुलिसकर्मियों को सलाम करने की गुज़ारिश करते हैं, जो हमारे लिए अपनी जान को जोखिम में डाल रहे हैं.
चार घंटे का कार्यक्रम तीन मई को दुनियाभर में फेसबुक पर लाइव होगा. इसमें कई प्रस्तुतियां होंगी. करीब 85 भारतीय एवं वैश्विक सितारों का निजी संदेश प्रसारित किया जाएगा.
मुझे पता था कि ये आदमी कितना जुझारू है और इसीलिए ये भी लगा था कि वो इस बीमारी से भी लड़कर क़ामयाब और स्वस्थ लौटेंगे....और हुआ भी ऐसा ही लेकिन बीमारी भी बड़ी जिद्दी थी, नामाकूल.