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Saturday, 8 March, 2025
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समाज-संस्कृति

खिड़की के उस तरफ का सच दिखाती ‘मट्टो की साइकिल’

मट्टो की साइकिल और उसकी जिंदगी के बरअक्स यह फिल्म असल में हर उस गरीब इंसान की कहानी दिखाती है जो तेजी से दौड़ रहे देश में अपने हिस्से के विकास का इंतजार कर रहा है.

सारे मसाले, बेहिसाब स्पेशल इफेक्ट, आधा दर्जन सुपरस्टार लेकिन ‘ब्रह्मास्त्र’ में स्टोरी कहां है

ब्रह्मास्त्र की कहानी में तर्क यानी लॉजिक ढूंढने की जरूरत नहीं है. लॉजिक इसमें है भी नहीं. इस तरह की फिल्मों में लॉजिक की जरूरत भी नहीं होती.

‘मैं बंदूकें बो रहा हूं’ – शोधकर्ता भगत सिंह की पिस्तौल की तलाश में क्यों लगे

शोधार्थियों ने भगत सिंह से संबंधित निशानियों और यादगारी चीजों को भी ढूंढ़ना शुरू किया था, लेकिन कोई भी उस पिस्तौल के बारे में पता नहीं लगा सका.

भव्यता की हदें छूती देखने लायक फिल्म ‘ब्रह्मास्त्र पार्ट वन-शिवा’

एक अच्छा टाइम पास मनोरंजन देने वाली इस फिल्म को इसकी भरपूर भव्यता के लिए देखा जाना चाहिए-परिवार के साथ, दोस्तों के साथ, बच्चों के साथ. लेकिन कहानी और पटकथा की बारीकियों पर गौर न करें, आपको निराशा ही हाथ लगेगी.

बॉलीवुड फिल्मों ने सहेजे शिक्षा के मूल्य, इन शिक्षकों ने बदल दी पढ़ने की परिभाषा

फिल्मों में अध्यापक का चेहरा बदला है और कई सारी फिल्में भी ‘गुरु’ की भूमिका में आती हैं व सिनेमाघर को ‘क्लास-रूम’ का दर्जा देकर बहुत कुछ सिखा-पढ़ा जाती हैं.

‘मोदी की तारीफ, उनके आंसू’: उर्दू प्रेस ने कहा समय बताएगा कि आज़ाद की नाटकीय विदाई में क्या BJP की कोई भूमिका थी

दिप्रिंट का जायज़ा कि हफ्ते भर की ख़बरों को उर्दू मीडिया ने कैसे कवर किया, और उनमें से कुछ ने क्या संपादकीय रुख़ इख़्तियार किया.

कला और भारतीय संस्कृति से गुथी है संस्कृत भाषा, इसी ने भारतीय सोच को बनाया बड़ा

संस्कृत से ही तो हमारी परंपराओं का पोषण हुआ है. उन परंपराओं का, जिनमें वैदिक, उपनिषद और तमाम पौराणिक, सामाजिक और आर्थिक साहित्य लिखा गया. कौटिल्य का अर्थशास्त्र, वेद, उपनिषद्, गीता, सभी संस्कृत में ही लिखे गए हैं.

पश्चिम से प्रभावित है नॉर्थईस्ट का म्यूजिक, पापोन बोले-कोरिया की तरह कल्चरल रेवोल्यूशन की जरूरत है

अंगराग 'पैपोन' महंत का कहना है कि यहां का संगीत अपनी पहचान की तलाश के लिए संघर्ष कर रहा है. नॉर्थईस्ट के अधिकांश गीतों में न तो वहां का कोई सार बचा है और न ही आत्मा.

क्या फूटने लगा है साउथ इंडियन फिल्मों का बुलबुला, हिंदी के दर्शकों ने ‘लाइगर’ को नकारा

साउथ से आने वाली हर फिल्म को अच्छी, उम्दा, शानदार बताने का रिवाज ‘लाइगर’ से हल्का पड़ा है. क्या हिन्दी वालों का साउथ इंडियन फिल्मों से मोहभंग हो रहा है?

‘क्या गुजरात सरकार ने बिलकीस की सुरक्षा का सोचा?’– उर्दू प्रेस की सुर्खियां अभी भी बलात्कारियों की रिहाई पर

दिप्रिंट का जायज़ा कि उर्दू मीडिया ने हफ्ते भर की ख़बरों को किस तरह कवर किया, और उनमें से कुछ ने क्या संपादकीय रुख़ इख़्तियार किया.

मत-विमत

कूटनीति या कमज़ोरी: भारतीय सेना की वास्तविक स्थिति को उजागर करता यह कॉलम…

राजीव गांधी को बोफोर्स आदि के लिए कोसना फैशन बन गया है लेकिन सच यह है कि हमारे इतिहास में सिर्फ 1985-89 वाला दौर ही ऐसा था जब हथियारों की खरीद भविष्य के मद्देनजर आगे बढ़कर की गई.

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महिला दिवस पर प्रधानमंत्री मोदी के सोशल मीडिया की कमान महिलाओं ने संभाली

नयी दिल्ली, आठ मार्च (भाषा) अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सोशल मीडिया हैंडल की कमान शनिवार को उन महिलाओं...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.