scorecardresearch
शुक्रवार, 13 जून, 2025
होममत-विमतनेशनल इंट्रेस्ट

नेशनल इंट्रेस्ट

‘डीप स्टेट’ और ‘नॉन-स्टेट एक्टर’ बहस का मुद्दा हो सकते हैं, मगर असली खेल ‘शैलो स्टेट’ खेलता है

तमाम लोकतांत्रिक देशों में ‘डीप स्टेट’ आज साजिश के आरोपों को जन्म दे रहा है. इसकी शुरुआत अमेरिका से हुई और अब भारत भी इसमें तेजी से आगे बढ़ रहा है. कई यूरोपीय देश भी इस कारवां में शामिल हो रहे हैं.

केजरीवाल की विचारधारा मुक्त राजनीति का दौर खत्म, INDIA में होने और कांग्रेस को निशाना बनाने का विरोधाभास

केजरीवाल और ‘आप’ समाप्त नहीं, तो ध्वस्त तो हो ही चुके हैं. वैसे, हारने के बाद भी उनके पास अभी पंजाब जैसा बड़ा राज्य है, दिल्ली का नगर निगम है और 43 प्रतिशत वोट हैं.

मैं मूर्ति-सुब्रह्मण्यम से सहमत हूं: कामयाबी 9-5 से परे है, लेकिन लंबी शिफ्ट के लिए दबाव नहीं डाला जा सकता

कॉर्पोरेट वालों की मलामत करना आसान है. लेकिन अपने उद्यमियों, संपदा और रोजगार पैदा करने वालों को प्यार और सम्मान न देने वाला समाज निम्न-मध्यवर्गीय आय के खांचे में ही अटके रहने को अभिशप्त होता है.

मिडिल क्लास मोदी का आदी, धीमा विकास, रुके हुए सुधार और टैक्स का भार कोई मायने नहीं रखते

भारतीय मध्यम वर्ग इस बात से नाराज है कि राजनीतिक दल उनके टैक्स का पैसा लेकर उसे गरीब वर्गों में फैलाकर उनके वोट खरीद रहे हैं.

एक नया ‘इज़्म’ आ गया है, जो राइट, लेफ़्ट और सेंटर को मात दे रहा है

इस नई दुनिया में ‘पॉपुलिज़्म’ वाम, दक्षिण, मध्य, सभी मार्गों को ध्वस्त कर रहा है. बेशक हर एक देश, मतदाता समूह, और समाज के लिए यह अलग-अलग रूप में उभर रहा है, इसका आकर्षण और इसकी सफलता इसके प्रयोग में निहित है. यह आपके दिल या दिमाग पर ज्यादा बोझ नहीं डालता.

बांग्लादेश के ‘चीफ एडवाइज़र’ प्रो. मोहम्मद यूनुस के नाम एक खुली चिट्ठी

हसीना ने आपका बैंक आपसे छीना, अब आपने उनसे उनकी सत्ता छीन कर बदला ले लिया है? अब आपके लिए कसौटी यह है कि आपको सार्वजनिक पद मिल गया है तब आप यह मान लें कि जनता ने आपमें भरोसा जताया है. क्या आप इस पद पर बने रहें और कुछ भी न करें? और आप कुछ करें, तो वह क्या हो?

मनमोहन सिंह की विरासत 1991 से परे: अमेरिका से परमाणु समझौता जिसने भारत के वैश्विक कद को बढ़ाया

डॉ. मनमोहन सिंह की सफलता यह थी कि उन्होंने पश्चिमी खेमे के साथ रणनीतिक रिश्ता बनाने के विचार की ओर निर्णायक एवं ऐतिहासिक पहल की. उन्हें खुद अपनी पार्टी और यूपीए के साथियों से जितना कम समर्थन हासिल था उसके मद्देनज़र यह बदलाव 1991 के आर्थिक सुधारों से कहीं ज्यादा साहसिक था.

‘कौवा मंदिर के शिखर पर बैठ जाए तो गरुड़ बन जाएगा?’: भागवत ने सांप्रदायिक विवादों पर BJP को चेताया

आरएसएस के सरसंघचालक अगर ‘मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाने’ के बढ़ते दावों पर रोक लगाने की अपील कर रहे हैं तो इसके पीछे यह एहसास है कि यह मसला कहीं भाजपा सरकार के काबू से बाहर न हो जाए .

बीजेपी ने ‘डीप स्टेट’ का आरोप लगा कर भारत-अमेरिका रिश्ते में पेंच फंसाया

भाजपा ने केवल अमेरिकी ‘डीप स्टेट’ पर हमला नहीं किया. विचारधारा के स्तर पर यह विचार कुछ अरसे से मजबूत हो रहा है, और डोनाल्ड ट्रंप ने भी इसे वैधता दी है.

1991 में कड़ी मशक्कत के बाद मिली आर्थिक आज़ादी से भारत पिछड़ रहा, उसकी रक्षा के लिए आज कोई सुधारक नहीं

इस हफ्ते इस कॉलम के लिए बिल्कुल माकूल तीन मुद्दे सामने थे: पुरानी, ​​गरीबी दूर करने वाले ट्रेंड वापस आ गए हैं, स्टील इंडस्ट्री इम्पोर्ट ड्यूटी बढ़ाने की पैरवी कर रहा है; आर्थिक सुधारों के एडी श्रौफ सरीखे पैरोकार आज दिख नहीं रहे.

मत-विमत

सिक्किम के सीएम रहे दोरजी खलनायक से नायक कैसे बन गए

बिराज अधिकारी ने 1956 में चोग्याल के नई दिल्ली दौरे को ‘राजकीय दौरा’ बताने और उनके स्वागत में सिक्किम का राष्ट्रगान बजाने के लिए भारतीय विदेश मंत्रालय को दोषी ठहराया है. उनकी किताब उनकी पीढ़ी की कई दुविधाओं का जिक्र करती है: क्या सिक्किमी लोग सचमुच पूर्ण भारतीय नागरिक हैं, खासकर अनुच्छेद 371-एफ के मद्देनजर?

वीडियो

राजनीति

देश

एअर इंडिया विमान हादसा: प्रधानमंत्री मोदी दुर्घटना स्थल पर पहुंचे, घायलों से मुलाकात की

( तस्वीर सहित )अहमदाबाद, 13 जून (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को अहमदाबाद में उस जगह पहुंचे जहां बृहस्पतिवार को एअर इंडिया का...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.