1925 में प्रकाशित गांधी की आत्मकथा बचपन से सार्वजनिक जीवन तक की कथा कहती है, लेकिन स्त्री-संसर्ग, ब्रह्मचर्य और नैतिक संघर्षों पर उनके आत्मस्वीकार एक अलग, असहज गांधी को सामने लाते हैं.
विशाखापत्तनम, 14 दिसंबर (भाषा) विशाखापत्तनम में रविवार को भारतीय नौसेना मैराथन का 10वां संस्करण संपन्न हुआ, जिसमें 17 देशों के विदेशी नागरिकों सहित 17,000...