निखिल यादव विवेकानंद केंद्र उत्तर प्रांत के युवा प्रमुख हैं और विज्ञान नीति अध्ययन केंद्र, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू), नई दिल्ली में पीएचडी शोधार्थी हैं. वे ‘अमृत काल में स्वामी विवेकानंद की प्रासंगिकता’ (2023) किताब के लेखक हैं.
बिहार के वोटर वंशवादी राजनीति, अल्पसंख्यक राजनीति या जाति की राजनीति नहीं चाहते—ये सब कांग्रेस पार्टी द्वारा चलाए गए पुराने, पिछड़े और बांटने वाले हथकंडे हैं.