निखिल यादव विवेकानंद केंद्र उत्तर प्रांत के युवा प्रमुख हैं और विज्ञान नीति अध्ययन केंद्र, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू), नई दिल्ली में पीएचडी शोधार्थी हैं. वे ‘अमृत काल में स्वामी विवेकानंद की प्रासंगिकता’ (2023) किताब के लेखक हैं.
स्पष्ट कारणों से, अगर भारत को जानबूझकर पाकिस्तान में लाखों लोगों पर सूखा डालने वाला माना जाता है, तो अंतर्राष्ट्रीय समर्थन प्राप्त करना ज़रा मुश्किल होगा.