एडवर्ड ए. गरगन नब्बे के दशक में न्यूयॉर्क टाइम्स के दक्षिण एशिया ब्यूरो के प्रमुख थे. वे अफ्रीका, मध्य-पूर्व, पूर्वी एशिया से भी रिपोर्टिंग कर चुके हैं. अब वे अपना समय कभी चीन, तो कभी मार्था के अंगूरों के बाग में बिताते हैं.
यह समझ से परे है कि भाजपा जब भारत की सबसे मज़बूत पार्टी की स्थिति में है, तब वह जाति जनगणना जैसे विघटनकारी कदम को क्यों उठाए. अगर राहुल गांधी जैसे विपक्षी नेता ऐसी विघटनकारी राजनीति करते हैं, तो बात समझ में आती है. वे भाजपा के राजनीतिक प्रभुत्व को तोड़ने के लिए बेताब हैं, लेकिन भाजपा क्यों?