scorecardresearch
Tuesday, 7 January, 2025

भाषा

381774 पोस्ट0 टिप्पणी

मत-विमत

भारतीय कॉर्पोरेट घरानों और उपभोक्ताओं के बीच शक्ति असंतुलन बढ़ता जा रहा है

इसके कारण एक ऐसी व्यवस्था आकार लेती है जिसमें आम नागरिक हाशिये पर धकेल दिया जाता है, जबकि कॉर्पोरेट घराने अपनी मनमर्ज़ी चलाते हैं और समतामूलक संवाद या सच्ची सार्वजनिक जवाबदेही के लिए कम गुंजाइश ही बच पाती है.

वीडियो

राजनीति

देश

दिल्ली की अदालत ने बीकानेर हाउस को कुर्क करने पर रोक की अवधि बढ़ाई

नयी दिल्ली, सात जनवरी (भाषा) दिल्ली की एक अदालत ने राजस्थान नगर परिषद के स्वामित्व वाले ‘बीकानेर हाउस’ को कुर्क करने की प्रक्रिया पर...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.