scorecardresearch
Wednesday, 8 January, 2025

भाषा

381913 पोस्ट0 टिप्पणी

मत-विमत

भारतीय कॉर्पोरेट घरानों और उपभोक्ताओं के बीच शक्ति असंतुलन बढ़ता जा रहा है

इसके कारण एक ऐसी व्यवस्था आकार लेती है जिसमें आम नागरिक हाशिये पर धकेल दिया जाता है, जबकि कॉर्पोरेट घराने अपनी मनमर्ज़ी चलाते हैं और समतामूलक संवाद या सच्ची सार्वजनिक जवाबदेही के लिए कम गुंजाइश ही बच पाती है.

वीडियो

राजनीति

देश

संभाजीनगर: प्रेम संबंध से नाराज व्यक्ति ने अपनी चचेरी बहन की हत्या की

छत्रपति संभाजीनगर, सात जनवरी (भाषा) महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर जिले में 25 वर्षीय एक व्यक्ति ने अपनी 17 वर्षीय चचेरी बहन के प्रेम संबंध...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.