दुलत जब आईबी में थे, तब उन्होंने कश्मीर में काम किया था और फारूक अब्दुल्ला के साथ उनके करीबी संबंध थे. तब से दिल्ली ने गुप्त वार्ता के लिए उनका इस्तेमाल किया है.
हाई क्वालिटी वाली हशीश और एमडीएमए से लेकर हेरोइन और कोकीन बेचने तक, महिलाएं अब दिल्ली में नशीली दवाओं के धंधे का एक अभिन्न हिस्सा बन गई हैं, जो कूरियर का काम भी करती हैं और यहां तक कि सिंडिकेट भी चलाती हैं.