(योषिता सिंह)
न्यूयॉर्क, 27 नवंबर (भाषा) अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका को अगले वर्ष फ्लोरिडा में उनके देश की अध्यक्षता में आयोजित होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने का निमंत्रण नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि दक्षिण अफ्रीका कहीं भी सदस्यता के लिए ‘‘योग्य’’ नहीं है।
अमेरिका ने दक्षिण अफ्रीका से जी-20 की अध्यक्षता ग्रहण की है और वह एक दिसंबर, 2025 से 30 नवंबर, 2026 तक इस समूह का नेतृत्व करेगा।
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया मंच ‘ट्रुथ सोशल’ पर लिखा, ‘‘अमेरिका ने दक्षिण अफ्रीका में जी-20 में भाग नहीं लिया क्योंकि दक्षिण अफ्रीकी सरकार अफ्रीकी लोगों और पुर्तगाली, फ्रांसीसी तथा जर्मन प्रवासियों के वंशजों द्वारा झेले गए भयावह मानवाधिकार हनन को स्वीकार करने या उस पर ध्यान देने से इनकार करती है।’’
उन्होंने कहा कि दक्षिण अफ्रीका ने दुनिया को ‘‘दिखा दिया है कि वे इस योग्य नहीं हैं कि उन्हें कहीं भी सदस्यता दी जाए और हम तुरंत प्रभाव से उन्हें दिए जाने वाले सभी भुगतान और रियायत बंद कर रहे हैं।’’
ट्रंप ने कहा, ‘‘दक्षिण अफ्रीका ने शिखर सम्मेलन के समाप्त होने पर जी-20 की अध्यक्षता हमारे अमेरिकी दूतावास के एक वरिष्ठ प्रतिनिधि को सौंपने से इनकार कर दिया था। इसलिए मेरे निर्देश पर दक्षिण अफ्रीका को 2026 जी-20 के लिए निमंत्रण नहीं मिलेगा, जिसकी मेजबानी अगले साल फ्लोरिडा के बड़े शहर मियामी में की जाएगी।’’
दक्षिण अफ्रीका ने एक दिसंबर 2024 को जी20 की साल भर की अध्यक्षता संभाली थी। उसने 22 से 23 नवंबर तक जोहानिसबर्ग में इस समूह के नेताओं की मेजबानी की थी। पहली बार जी20 शिखर सम्मेलन अफ्रीका में आयोजित किया गया था।
ट्रंप ने पहले कहा था कि वह 2026 के शिखर सम्मेलन में मियामी के पास अपने गोल्फ क्लब में जी20 नेताओं की मेज़बानी करेंगे। ट्रंप शिखर सम्मेलन के लिए जोहानिसबर्ग नहीं गए थे और उन्होंने कहा था कि जब तक मानवाधिकारों का हनन जारी रहेगा, कोई भी अमेरिकी सरकारी अधिकारी इसमें शामिल नहीं होगा।
दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति कार्यालय द्वारा जारी किए गए एक बयान में कहा गया कि चूंकि अमेरिका शिखर सम्मेलन में उपस्थित नहीं था इसलिए दक्षिण अफ्रीका के अंतरराष्ट्रीय संबंध और सहयोग विभाग के मुख्यालय में जी20 की अध्यक्षता से जुड़े दस्तावेज़ अमेरिकी दूतावास के एक अधिकारी को ‘‘विधिवत’’ सौंप दिए गए।
इसमें कहा गया कि दक्षिण अफ्रीका की अध्यक्षता के दौरान अमेरिका से जी20 की सभी बैठकों में भाग लेने की अपेक्षा थी, लेकिन दुर्भाग्य से उसने अपनी मर्जी से जोहानिसबर्ग में आयोजित जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में शामिल न होने का निर्णय लिया।
बहरहाल, सोमवार को अमेरिका ने जी-20 की अध्यक्षता संभाल ली। परंपरा के अनुसार, मेजबान देश जी-20 की अगली अध्यक्षता संभालने वाले राष्ट्र को एक प्रतीकात्मक लकड़ी का हथौड़ा सौंपता है। लेकिन बैठक के बहिष्कार के कारण दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा से इसे लेने के लिए कोई अमेरिकी अधिकारी मौजूद नहीं था।
अमेरिका अपने दूतावास से एक प्रतिनिधि भेजना चाहता था। दक्षिण अफ्रीका ने इसे यह कहते हुए अस्वीकार कर दिया था कि रामाफोसा के लिए एक कनिष्ठ अधिकारी को प्रतीक सौंपना अपमानजनक होगा।
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