गाजियाबाद (उप्र), छह अक्टूबर (भाषा) गाजियाबाद पुलिस लाइन में तैनात दो सिपाहियों को डासना जेल से दो कैदियों को फर्जी आदेश पर छुड़ाने की कोशिश करने के आरोप में निलंबित कर गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस लाइन के प्रभारी रिजर्व इंस्पेक्टर चंद्रभान सिंह ने मामले में भूमिका सामने आने के बाद आरोपी सिपाहियों राहुल (31) और सचिन (28) के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी। इसके बाद दोनों को निलंबित कर गिरफ्तार कर लिया गया।
सहायक पुलिस आयुक्त (कविनगर) सूर्यबली मौर्य के मुताबिक, आरोपी सिपाहियों ने डासना जेल में बंद कैदियों विजेंद्र और वंश को फर्जी आदेश पर छुड़ाने की कोशिश की। दोनों कैदी जालसाजी, जबरन वसूली, डकैती और हत्या के प्रयास के मामलों में अभियुक्त हैं।
उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि सिपाहियों के पास कोई आधिकारिक आदेश नहीं था। वे शनिवार को एक निजी वाहन से डासना जेल पहुंचे और दोनों कैदियों की हिरासत की मांग की। उनके पास गौतमबुद्ध नगर की एक अदालत का जाली आदेश था, जिसमें उस दिन पेश होने वाले छह कैदियों का जिक्र था लेकिन वे केवल विजेंद्र और वंश को ही ले जाने की बात कहते रहे। इससे जेल अधिकारियों को कुछ गड़बड़ी का संदेह हुआ।
मौर्य ने बताया कि गाजियाबाद पुलिस लाइन से मालूम करने पर पता चला कि उस दिन कोई निर्धारित तारीख नहीं थी और आधिकारिक तौर पर कोई भी पुलिसकर्मी कैदियों को लाने के लिए डासना जेल नहीं भेजा गया था।
उन्होंने बताया कि यह खुलासा होने पर कविनगर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपी दोनों सिपाहियों को गिरफ्तार कर लिया।
मौर्य ने बताया कि यह पता लगाने के लिए विभागीय जांच भी शुरू की गई है कि आरोपी सिपाहियों ने जाली आदेश कैसे हासिल किए और क्या उन्होंने कैदियों को भागने में मदद करने के लिए उनसे रिश्वत ली थी।
भाषा सं सलीम मनीषा
मनीषा
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