नयी दिल्ली, 24 जुलाई (भाषा) केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बृहस्पतिवार को कहा कि सरकार अगस्त के अंत तक पेट्रोल में 27 प्रतिशत एथनॉल मिश्रण के मानदंड लागू कर देगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2023 में 20 प्रतिशत एथनॉल-मिश्रित पेट्रोल की शुरुआत की थी।
गडकरी ने यहां एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, “भारत पहले ही 20 प्रतिशत एथनॉल मिश्रण का अपना लक्ष्य हासिल कर चुका है। ब्राजील में, गैसोलीन में एथनॉल मिश्रण 27 प्रतिशत है।”
वर्तमान में, वाहन इंजन मामूली संशोधन के साथ ई20 (ईंधन में 20 प्रतिशत एथनॉल मिश्रण) पर चल सकते हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, “वर्तमान में, भारत में ई27 ईंधन के लिए मानक मानदंड नहीं हैं…ई27 के मानदंडों को अगस्त के अंत से पहले अंतिम रूप दे दिया जाएगा।”
भारत अपनी 85 प्रतिशत कच्चे तेल की जरूरतों को आयात से पूरा करता है।
उन्होंने कहा, “हम 22 लाख करोड़ रुपये मूल्य के जीवाश्म ईंधन का आयात करते हैं, जिससे प्रदूषण भी बढ़ रहा है।’’
गडकरी ने कहा कि 11 वाहन कंपनियों ने ‘फ्लेक्स-फ्यूल’ इंजन से चलने वाले वाहन बनाए हैं।
फ्लेक्स फ्यूल इंजन वाले वाहनों को पारंपरिक ईंधन के साथ एथनॉल के मिश्रण पर, या यहां तक कि 100 प्रतिशत एथनॉल पर भी चलने के लिए डिजायन किया गया है।
उन्होंने कहा, “भारत खाद्यान्न अधिशेष वाला देश है और किसानों के हितों की रक्षा करने की आवश्यकता है।”
गन्ने के साथ-साथ टूटे हुए चावल और अन्य कृषि उत्पादों से निकाले गए एथनॉल के उपयोग से भारत को विदेशी आयात पर अपनी निर्भरता कम करने में मदद मिलेगी।
भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल उपभोक्ता है।
औसतन 10 प्रतिशत मिश्रण प्राप्त करने का लक्ष्य जून, 2022 में ही प्राप्त कर लिया गया, जो नवंबर, 2022 की निर्धारित तिथि से काफी पहले था।
भाषा अनुराग अजय
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