नई दिल्ली: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश के हाथरस में बलात्कार की शिकार दलित युवती के परिवार से अपनी हालिया मुलाकात का हवाला देते हुए मंगलवार को आरोप लगाया कि जातिवाद और सत्ता के इस चक्रव्यूह में दलितों के लिए न्याय की उम्मीद रखना तक नामुमकिन है.
उन्होंने हाथरस के इस परिवार से अपनी मुलाकात का वीडियो अपने यूट्यूब चैनल पर साझा किया.
राहुल गांधी ने कहा, ‘‘न्याय में देरी, न्याय न मिलने के समान है। मगर हाथरस में कुछ और ही हो रहा है, जहां आरोपी मुक्त घूम रहे हैं और पीड़िता के परिवार वाले बंधक बना कर रखे गए हैं.’’
उन्होंने इस बात का उल्लेख किया, ‘‘14 सितंबर, 2020 को चार उच्च जाति के पुरुषों ने 19 वर्षीय एक दलित युवती से उत्तर प्रदेश के हाथरस में बेरहमी से सामूहिक बलात्कार किया. दो सप्ताह बाद, 28 सितंबर, 2020 को, नई दिल्ली के एक अस्पताल में उस युवती की मृत्यु हो गई. उसी रात 2.30 बजे, उस युवती के परिवार की सहमति के बिना, उत्तर प्रदेश पुलिस ने जबरदस्ती उसके शव का अंतिम संस्कार कर दिया.’’
कांग्रेस नेता ने दावा किया कि सबूत मिटाने और न्यायपालिका को गुमराह करने के एक लंबे दौर के आज चार साल बाद आरोपी उसी गांव में मुक्त घूम रहे हैं और पीड़ित परिवार अभी भी न्याय के इंतजार में है.
राहुल गांधी के अनुसार, ‘‘उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार ने उनसे जो वादे किए थे, वो आज तक पूरे नहीं हुए हैं. न तो सरकारी नौकरी दी गई है और न ही उन्हें किसी दूसरी जगह घर देकर शिफ्ट करने का वादा पूरा किया गया है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘जातिवाद और सत्ता के इस चक्रव्यूह में दलितों के लिए न्याय की उम्मीद रखना तक नामुमकिन हो गया है. संविधान को मानने वाले ‘इंडिया’ गठबंधन का प्रण है, मनुस्मृति के रास्ते पर चलने वाले इन अत्याचारियों से बहुजनों की रक्षा हम करेंगे, सारे वादे पूरे करवाएंगे, उन्हें न्याय दिलाएंगे.”
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