(फाइल फोटो के साथ)
रांची, 28 नवंबर (भाषा) हेमंत सोरेन आज यानी बृहस्पतिवार को यहां एक भव्य समारोह में झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण समारोह में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, विपक्ष के नेता राहुल गांधी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सहित कई शीर्ष नेता शामिल होंगे।
राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार शाम चार बजे सोरेन को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे।
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के 49 वर्षीय नेता का मुख्यमंत्री के रूप में यह चौथा कार्यकाल होगा।
हाल में हुए विधानसभा चुनावों में सोरेन ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के गमलियल हेम्ब्रम को 39,791 मतों के अंतर से हराकर बरहेट सीट बरकरार रखी। झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन ने 81 सदस्यीय विधानसभा में 56 सीट हासिल करके अपना बहुमत बनाए रखा, जबकि भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को 24 सीट मिलीं।
शपथ ग्रहण समारोह के आयोजन के पोस्टर पूरे रांची में देखे जा सकते हैं। राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है तथा यातायात नियम लागू कर दिए गए हैं।
हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार के शपथ ग्रहण के मद्देनजर बृहस्पतिवार को रांची शहर में स्कूल बंद है।
कांग्रेस की झारखंड इकाई के प्रभारी और पार्टी महासचिव गुलाम अहमद मीर ने कहा कि सिर्फ सोरेन शपथ लेंगे और विधानसभा में विश्वास मत के बाद मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा।
शपथ लेने से कुछ घंटे पहले हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा कि ‘‘एकता राज्य के लोगों का सबसे बड़ा हथियार है, जिन्हें न तो विभाजित किया जा सकता है और न ही चुप कराया जा सकता है’’।
भाजपा नीत केंद्र सरकार पर स्पष्ट हमला करते हुए सोरेन ने यह भी कहा कि जब भी ‘‘वे हमें चुप कराने की कोशिश करते हैं’’, तो क्रांति और तेज हो जाती है।
सोरेन ने पोस्ट किया, ‘‘इसमें कोई संदेह न रखें – हमारी एकता ही हमारा सबसे बड़ा हथियार है। हमें न विभाजित किया जा सकता है, न ही शांत किया जा सकता है। जब जब वे हमें पीछे धकेलते हैं, हम आगे बढ़ते हैं। जब जब वे हमें चुप करना चाहते हैं, हमारी हूल, उलगुलान, क्रांति की आवाज़ और प्रखर होती जाती है क्योंकि हम झारखंडी हैं और झारखंडी झुकते नहीं हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी लड़ाई अटल है, अविराम है। संघर्ष जारी है और आखिरी सांस तक जारी रहेगा।’’
आज के दिन को ऐतिहासिक बताते हुए उन्होंने कहा कि यह ‘‘हमारे सामूहिक संघर्ष’’, प्रेम और भाईचारे की भावना तथा न्याय के प्रति झारखंडियों की प्रतिबद्धता को और मजबूत करेगा।
सोरेन ने कहा, ‘‘आज जब सामाजिक संरचना में गहरी दरारें पैदा हो रही हैं, तब हमें अपने पूर्वजों की उस एकता और हर झारखंडी को साथ ले कर चलने के संकल्प को पुनः दोहराना होगा।’’
झामुमो के एक नेता ने बताया कि इस बैठक में अन्य वरिष्ठ नेताओं के उपस्थित होने की संभावना है जिनमें राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) (राकांपा-एसपी) प्रमुख शरद पवार, मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू शामिल हैं।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी लेनिनवादी) (लिबरेशन) के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य, आम आदमी पार्टी (आप) के नेता अरविंद केजरीवाल, शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे, समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की नेता महबूबा मुफ्ती और बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने की संभावना है।
सोरेन ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बुधवार शाम को मोरहाबादी मैदान का दौरा कर तैयारियों का जायजा लेने के बाद कहा, ‘‘यह बहुत खुशी की बात है कि इस महत्वपूर्ण अवसर पर इतने सम्मानित नेता हमारे साथ हैं।’’
सोरेन ने मंगलवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की थी। गठबंधन को लगातार दूसरी बार अभूतपूर्व जीत दिलाने के बाद यह उनकी राष्ट्रीय राजधानी की पहली यात्रा थी।
झामुमो ने चुनाव में अब तक की सबसे बड़ी जीत हासिल की है। उसने 43 सीट पर चुनाव लड़ा और 34 सीटें जीतीं। विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) में शामिल कांग्रेस को 16, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) को चार और भाकपा (माले)एल को दो सीट मिलीं।
भाषा सुरभि मनीषा
मनीषा
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