नयी दिल्ली, 27 नवंबर (भाषा) लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की उपनेता काकोली घोष दस्तीदार ने बुधवार को कहा कि पार्टी संसद के चालू शीतकालीन सत्र में ‘‘जनता के मुद्दों’’ पर ध्यान केंद्रित करेगी और वह नहीं चाहती कि ‘‘एक मुद्दे’’ पर कार्यवाही बाधित हो।
कांग्रेस जहां उद्योगपति गौतम अदाणी पर अमेरिका में कथित रिश्वत और धोखाधड़ी मामले में आरोप लगाए जाने का मुद्दा जोर-शोर से उठा रही है, वहीं तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि वह पश्चिम बंगाल को केंद्रीय धन से वंचित करने और मणिपुर की स्थिति जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करेगी।
दस्तीदार ने कहा, ‘‘संसद में उठाए जाने वाले ‘जनता के मुद्दों’ पर टीएमसी का खास ध्यान रहेगा।’’
यह टिप्पणी ऐसे समय में आयी है जब अदाणी मुद्दे को दूसरे दिन भी दोनों सदनों में उठाया गया और दोनों सदनों की कार्यवाही बिना ज्यादा कामकाज किए स्थगित कर दी गई।
दस्तीदार ने संवाददाताओं से कहा, ‘टीएमसी चाहती है कि संसद चले। हम नहीं चाहते कि एक मुद्दे के कारण संसद की कार्यवाही बाधित हो। हमें इस सरकार को उसकी कई विफलताओं के लिए जवाबदेह ठहराना चाहिए।’’
तृणमूल कांग्रेस राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन का हिस्सा है, लेकिन किसी भी पार्टी के साथ चुनावी गठबंधन में नहीं है। पार्टी ने कहा कि वह गठबंधन का हिस्सा बनी हुई है, लेकिन उसका दृष्टिकोण अलग है।
दस्तीदार ने कहा, ‘‘हम भाजपा से मुकाबला करेंगे, लेकिन भाजपा से मुकाबला करने के बारे में हमारा दृष्टिकोण रणनीतिक रूप से अलग हो सकता है…।’’
उन्होंने कहा, ‘‘टीएमसी का किसी भी पार्टी के साथ चुनावी गठबंधन नहीं है, लेकिन हम जीतते हैं।’’
उन्होंने यह भी कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हेमंत सोरेन के झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के लिए आयोजित होने वाले समारोह में शामिल होंगी।
सोमवार को तृणमूल कांग्रेस की कार्यसमिति की बैठक में संसद के शीतकालीन सत्र में उठाए जाने वाले मुद्दों पर चर्चा की गई।
राज्य के लिए मनरेगा और अन्य केंद्रीय निधियों को रोका जाना पार्टी का मुख्य मुद्दा बना हुआ है, लेकिन महंगाई, बेरोजगारी और उर्वरक की कमी जैसे मुद्दे भी इस सूची में हैं। पूर्वोत्तर की स्थिति और मणिपुर में जारी हिंसा भी इस सूची में है, साथ ही अपराजिता महिला एवं बाल (पश्चिम बंगाल आपराधिक कानून और संशोधन) विधेयक को मंजूरी मिलने में देरी भी इस सूची में है।
पार्टी के एक सूत्र ने बताया कि सोमवार को तृणमूल कांग्रेस की कार्यसमिति की बैठक में इन मुद्दों पर फैसला किया गया, क्योंकि यह महसूस किया गया कि ये मुद्दे लोगों के लिए महत्वपूर्ण हैं।
टीएमसी ने सोमवार को ‘इंडिया’ गठबंधन की बैठक में भाग नहीं लिया, जहां गठबंधन के नेताओं ने अदाणी समूह से जुड़े मुद्दों पर संयुक्त संसदीय समिति की मांग करने का फैसला किया था। साथ ही बुधवार को विपक्ष की बैठक में भी भाग नहीं लिया, जिसमें चालू सत्र में उठाए जाने वाले मुद्दों पर चर्चा की गई थी।
भाषा अमित सुरेश
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