नयी दिल्ली, पांच जुलाई (भाषा) केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा ने सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) की दिशा में प्रगति में तेजी लाने और 2030 के बाद के एजेंडे की तैयारी पर ध्यान केंद्रित करने के महत्व को रेखांकित किया है।
नड्डा ने महिलाओं, बच्चों और किशोरों के कल्याण के प्रति प्रतिबद्ध ‘मातृ, नवजात और बाल स्वास्थ्य के लिए भागीदारी’ (पीएमएनसीएच) की भी सराहना की।
उन्होंने चार जुलाई को स्विट्जरलैंड के जिनेवा में शुरू हुई 33वीं ‘मातृ, नवजात और बाल स्वास्थ्य’ (पीएमएनसीएच) की बोर्ड बैठक के उद्घाटन सत्र में एक वीडियो संदेश के माध्यम से मुख्य भाषण दिया। यह बैठक शुक्रवार को संपन्न हुई थी।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि नड्डा ने महिलाओं, बच्चों और किशोरों के कल्याण के लिए पीएमएनसीएच की प्रतिबद्धता की सराहना की और इस मुद्दे को आगे बढ़ाने तथा युवाओं की सार्थक भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया।
स्वास्थ्य मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव और मिशन निदेशक (एनएचएम) आराधना पटनायक जिनेवा में पीएमएनसीएच की 33वीं बोर्ड बैठक में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रही हैं।
भाषा संतोष देवेंद्र
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