नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी ने शनिवार को राज्य में महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करने में विफल रहने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर आरोप लगाते हुए कहा, कुछ दिन पहले पश्चिम बंगाल के मालदा में दो आदिवासी महिलाओं को कथित तौर पर ‘नग्न कर प्रताड़ित किया गया और बेरहमी से पीटा गया’, जबकि पुलिस ‘मूक दर्शक’ बनी रही.
सत्तारूढ़ ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि भाजपा अनावश्यक रूप से इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रही है और महिलाओं को चोरी करते हुए पकड़ा गया, जिससे स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया.
भाजपा के आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने आज सोशल मीडिया पर सामने आए इस घटना का एक कथित वीडियो ट्विटर पर पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने दावा किया कि यह घटना 19 जुलाई को मालदा के बामनगोला पुलिस स्टेशन के साप्ताहिक बाजार पाकुआ हाट में हुई थी.
The horror continues in West Bengal. Two Tribal women were stripped naked, tortured and beaten mercilessly, while police remained a mute spectator in Pakua Hat area of Bamangola Police Station, Malda.
The horrific incident took place on the morning of 19th July. The women… pic.twitter.com/tyve54vMmg
— Amit Malviya (@amitmalviya) July 22, 2023
सत्तारूढ़ ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि भाजपा अनावश्यक रूप से इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रही है.
पश्चिम बंगाल की महिला एवं बाल विकास मंत्री शशि पांजा ने कहा, “मालदा घटना का राजनीतिकरण करने की बिल्कुल जरूरत नहीं है. यह चोरी का मामला था, जहां दो महिलाओं ने बाजार से कुछ चुराने की कोशिश की. महिलाओं के एक समूह ने कानून व्यवस्था को अपने हाथ में लेने की कोशिश की और उन्हें पीटना शुरू कर दिया. हालांकि, पुलिस मौके पर पहुंच गई. मामला दर्ज कर लिया गया है और पुलिस मामले की जांच कर रही है.”
पांजा ने कहा, “इसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है, हालांकि हमने घटना पर स्वत: संज्ञान लिया है.”
मालवीय ने कहा, यह भयानक घटना 19 जुलाई की सुबह हुई. महिला सामाजिक रूप से हाशिए पर रहने वाले समुदाय से थी और एक उन्मादी भीड़ उसके खून की प्यासी थी.
पश्चिम बंगाल में पार्टी के भाजपा प्रभारी मालवीय ने कहा, राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला करते हुए, “यह एक ऐसी त्रासदी थी, जिससे ममता बनर्जी का दिल टूट जाना चाहिए था.
मालवीय ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने “कुछ नहीं करने का विकल्प चुना.”
भाजपा नेता ने ट्वीट किया, “न तो उन्होंने बर्बरता की निंदा की और न ही दर्द और पीड़ा व्यक्त की क्योंकि इससे एक मुख्यमंत्री के रूप में उनकी खुद की विफलता उजागर होती. लेकिन एक दिन बाद, उसने खूब आंसू बहाए और ब्लू मर्डर चिल्लाया, क्योंकि यह राजनीतिक रूप से समीचीन था…”
ममता बनर्जी ने हिंसा प्रभावित मणिपुर की घटना को लेकर भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार पर तीखा हमला बोला था, जहां भाजपा सत्ता में है और जहां दो महिलाओं को नग्न घुमाया गया था और 4 मई की घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था.
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) ने भी मालदा घटना को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार की ”अराजकता” पर निशाना साधा है.
सीपीआई (एम) नेता बृंदा करात ने कहा, “मालदा की घटना की तुलना मणिपुर से नहीं की जानी चाहिए. देश के किसी भी हिस्से में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार निंदनीय है… पश्चिम बंगाल की घटना जहां ‘आदिवासी’ महिलाओं को अन्य ‘आदिवासी’ महिलाओं को पीटते देखा जा सकता है, निंदनीय है… यह सिर्फ पश्चिम बंगाल सरकार की अराजकता का एक उदाहरण है…”
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