मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता अजित पवार के महाराष्ट्र सरकार में शामिल होने के कुछ दिन बाद शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) ने बुधवार को तंज किया कि अब केवल कथित आर्थिक अपराधी मेहुल चोकसी, नीरव मोदी और विजय माल्या का भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होना बाकी है.
यूबीटी के मुखपत्र सामना में महाराष्ट्र के राजनीतिक परिदृश्य को ‘वन (डाउट) फुल एंड टू हाफ’’ फिल्म करार दिया गया. इसका प्रत्यक्ष तौर पर इशारा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे तथा दो उप मुख्यमंत्रियों देवेन्द्र फडणवीस तथा अजित पवार की ओर था.
संपादकीय में दावा किया गया कि राकांपा के घटनाक्रम के पीछे दिल्ली में मौजूद ‘‘महाशक्ति’’ का हाथ है. इसमें कहा गया कि उच्चतम न्यायालय ने एक फैसले में स्पष्ट किया है कि किसी पार्टी का एक विधायक दल पार्टी और उसके चुनाव चिह्न पर दावा नहीं कर सकता.
सामना में कहा गया कि भ्रष्टाचार, नैतिकता और लूट पर बात करने का भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पास कोई आधार नहीं है.
इसमें कहा गया है, ‘‘भाजपा ने जो महाराष्ट्र में किया उसके लिए उसका मजाक उड़ाया जा रहा है. पार्टी को अब केवल मेहुल चोकसी, नीरव मोदी और विजय माल्या को शामिल करना बाकी है. एक को पार्टी का राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष बनाया जाएगा, दूसरे को नीति आयोग में नियुक्त किया जाएगा और तीसरे को भारतीय रिजर्व बैंक का गवर्नर बनाया जाएगा.’’
आरोप हैं कि मेहुल चोकसी, नीरव मोदी और विजय माल्या ने अपनी कंपनियों के जरिए धन की हेरा फेरी करके सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के साथ धोखाधड़ी की जिससे बैंकों को करोड़ों रुपये का नुकसान पहुंचा है.
संपादकीय में कहा गया है कि 2014 के विधानसभा चुनाव से पहले फडणवीस ने दावा किया था कि अजित पवार सिंचाई घोटाले के आरोप में जेल जाएंगे, लेकिल राकांपा नेता ने उनकी मौजूदगी में ही रविवार को उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली.
मराठी समाचारपत्र में कहा गया कि विभागों के बंटवारे (नए मंत्रियों को) के बारे में चर्चा मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास ‘वर्षा’ में होनी चाहिए, लेकिन यह हुआ फडणवीस के आवास ‘सागर’ में.
इसमें कहा गया है कि मुख्यमंत्री शिंदे के लिए ‘‘बहुत ही खराब हालात हैं.’’
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