नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर और बिहार के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक दिल्ली के आर के पुरम थाना पहुंच गए हैं. हालांकि, दिल्ली के डीसीपी साउथ वेस्ट ने कहा कि ‘मलिक को हिरासत में नहीं लिया गया है, न ही गिरफ्तार किया गया है. वो खुद थाने आए हैं. आर. के. पुरम सेक्टर-9 के एक पार्क में कुछ लोग एकत्र हुए थे, जहां प्रदर्शन की इजाजत नहीं है. उन लोगों को पुलिस थाने लेकर आई थी. पुलिस ने वहां बैठक करने से मना किया.’
मलिक नाराज, खुद थाने पहुंचे
प्राप्त जानकारी के मुताबिक दिल्ली में आज सत्यपाल मलिक से मिलने के लिए पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तरप्रदेश से कई किसान नेता आए थे. इन नेताओं के साथ सत्यपाल मलिक की मीटिंग दिल्ली के आर के पुरम पार्क में हो रही थी. साथ ही उनके भोजन की व्यवस्था भी वहीं की गई थी. लेकिन इसकी इजाजत पुलिस ने नहीं ली गई थी. जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंचकर वहां से लोगों को हटाने लगी. पुलिस ने मौके से कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया है.
False information is being spread on social media handles regarding detention of Sh. Satyapal Malik, Ex. Gov.
Whereas, he himself has arrived at P.S. R K Puram alongwith his supporters. He has been informed that he is at liberty to leave at his own will.#DelhiPoliceUpdates
— Delhi Police (@DelhiPolice) April 22, 2023
खाप पंचायत के लोग जुटे
बता दें कि दिल्ली के आर के पुरम में आज कई खाप नेताओं का जुटान हुआ था. इसके लिए दिल्ली के आरके पुरम पार्क में टेंट वगैरह लगाया गया था जिसे बाद में पुलिस ने हटा दिया. इससे नाराज होकर सत्यपाल मलिक दिल्ली के आर के पुरम थाना पहुंच गए. मामला गर्म होता देख थाने के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.
पुलवामा को लेकर मोदी सरकार पर किया था हमला
कुछ दिन पहले ही एक इंटरव्यू में सत्यपाल मलिक ने पुलवामा हमले को लेकर मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया था. सत्यपाल मलिक ने कहा था कि उन्होंने प्रधानमंत्री से उस वक्त कहा था कि यह हमला हमारी विफलता के कारण हुआ था. सत्यपाल मलिक ने कहा, ‘सीआरपीएफ ने एयरक्राफ्ट की मांग की थी लेकिन सरकार ने मना कर दिया था.’ सत्यपाल मलिक ने कहा था कि प्रधानमंत्री ने उस वक्त कहा था कि जब इसका दोष पाकिस्तान पर मढ़ा जा रहा है तो कुछ बोलने की जरूरत क्या है.
मलिक का कहना था कि प्रधानमंत्री को यह पता था कि यह हमारी विफलता है लेकिन उन्होंने उस वक्त मुंह चुप करवा दिया था.
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