नई दिल्ली: नितिन गडकरी की तुलना छत्रपति शिवाजी से करने के बाद चौतरफा हमले से घिरे महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर मदद मांगी है. कोश्यारी ने अपने पत्र में लिखा कि वो कभी सपने में भी छत्रपति शिवाजी के अपमान के बारे में नहीं सोच सकते.
महाराष्ट्र के राज्यपाल छत्रपति शिवाजी महाराज को पुराने जमाने का आदर्श बताने पर लगातार विपक्ष की आलोचना का सामना कर रहे हैं.
सपने में भी नहीं कर सकता अपमान
बीते छह दिसंबर को गृहमंत्री अमित शाह को लिखे एक पत्र में उन्होंने लिखा, ‘मैं छत्रपति शिवाजी महाराज और गुरु गोविंद सिंह जैसे शख्सियतों का अपमान करने के बारे में सपने में भी नहीं सोच सकता. आप जानते हैं कि मैंने अनजाने में अगर कोई गलती कर दी है तो मैं तुरंत माफी मांग लेता हूं.’
विपक्ष द्वारा लगातार आलोचना का शिकार हो रहे कोश्यारी ने कहा, ‘जब कुछ बड़े लोग कोरोना महामारी के दौरान अपने घर में थे तो मैं अपनी उम्र के बाबजूद महाराष्ट्र के ऊंचे किलों में पैदल चला.’
शिवाजी से की थी गडकरी की तुलना
महाराष्ट्र के राज्यपाल एक विश्वविद्यालय के कार्यक्रम में अपने भाषण के दौरान शिवाजी को ‘पुराना आदर्श’ बताया था. उन्होंने कहा था, ‘पहले जब आपसे पूछा जाता था कि आपका आदर्श कौन है, तो जवाब होता था जवाहरलाल नेहरू, सुभाष चंद्र बोस और महात्मा गांधी. लेकिन महाराष्ट्र के लोगों के महाराष्ट्र से बाहर देखने की जरूरत नहीं है. यह बहुत सारे प्रतीक मौजूद हैं. छत्रपति शिवाजी महाराज पुराने समय के ‘आदर्श’ हैं तो अब अम्बेडकर और नितिन गडकरी हैं’
बाद में राज्यपाल ने कहा कि, ‘कुछ लोगों ने मेरे पूरे भाषण का एक अंश आलोचना के लिए चुन लिया. मैं पूर्व के आदर्शों के संदर्भ में मौजूदा प्रतिष्ठित शख्सियतों की बात कर रहा था जो युवाओं के लिए प्रेरणा हो सकते हैं.’
राज्यपाल ने यह भाषण औरंगाबाद शहर में एक कार्यक्रम के दौरान दिया था. इस कार्यक्रम में राकांपा प्रमुख शरद पवार और नितिन गढ़करी को डी. लिट की उपाधि दी गई थी.
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