नई दिल्लीः बॉलीवुड अभिनेत्री नोरा फतेही शुक्रवार को कॉनमैन सुकेश चंद्रशेखर से जुड़े 200 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कार्यालय पहुंचीं.
15 सितंबर को, नोरा से दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने पिंकी ईरानी के साथ चार घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की थी, जिसने स्पष्ट रूप से नोरा और जैकलीन फर्नांडीज को जेल में बंद ठग से मिलवाया था. हालांकि, पटियाला हाउस कोर्ट ने 15 नवंबर को जैकलीन को दो लाख रुपये के निजी मुचलके और इतनी ही राशि के मुचलके पर अंतरिम जमानत दे दी थी.
नोरा फतेही के बयान 12 सितंबर, 2021 और 14 अक्टूबर, 2021 को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 की धारा 50 के तहत दर्ज किए गए थे, जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्हें एक चैरिटी कार्यक्रम के लिए बुकिंग मिली थी.
इवेंट के दौरान, उन्हें चंद्रशेखर की पत्नी लीना पॉलोस द्वारा एक गूची बैग और एक आईफोन उपहार में दिया गया था. नोरा ने आगे कहा, ‘लीना पॉलोस ने अपने पति को फोन किया था और फोन को स्पीकर पर रखा था जहां उन्होंने मुझे धन्यवाद दिया और कहा कि वे दोनों मेरे प्रशंसक हैं.’ फिर उसने घोषणा की कि वे उसे प्यार और उदारता के प्रतीक के रूप में एक नई बीएमडब्ल्यू कार उपहार में देंगे.
ईडी के अनुसार, जांच के दौरान सुकेश चंद्रशेखर और उसके सहयोगियों से जुड़े विभिन्न स्थानों पर तलाशी ली गई. तलाशी के दौरान, धारा 17 पीएमएलए के तहत 16 हाई-एंड वाहनों को जब्त किया गया और ये कारें या तो लीना पॉलोस की फर्मों के नाम पर हैं या थर्ड पार्टी के नाम पर हैं.
उन्होंने आगे कहा कि ऐसा भी देखने में आया है कि सुकेश ने जानबूझकर अपराध से हुई इनकम को ट्रांसफर करने की प्रक्रिया बनाई जिससे उन्होंने मनी लॉन्डरिंग में भागीदारी दिखाई.
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