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Monday, 18 November, 2024
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भारतीय शेयर बाजार के ‘बिग बुल’ राकेश झुनझुनवाला का 62 साल की उम्र में निधन

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मुंबई, 14 अगस्त (भाषा) भारतीय शेयर बाजार के दिग्गज निवेशक और ‘भारत के वारेन बफे’ कहे जाने वाले राकेश झुनझुनवाला का रविवार सुबह दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह 62 वर्ष के थे। उनकी ‘नेटवर्थ’ 5.8 अरब डॉलर (46,000 करोड़ रुपये) थी।

झुनझुनवाला की तरफ से हाल ही में शुरू की गई एयरलाइन ‘आकाश एयर’ के एक सूत्र ने बताया कि झुनझुनवाला को रविवार सुबह दिल का दौरा पड़ा। उन्हें फौरन ब्रीच कैंडी अस्पताल ले जाया गया लेकिन अस्पताल पहुंचने तक उनका निधन हो चुका था।

ब्रीच कैंडी अस्पताल के डॉ प्रतीत समदानी ने कहा कि गुर्दे की बीमारी से जूझ रहे झुनझुनवाला डायलिसिस पर चल रहे थे। उन्हें दिल की बीमारी भी थी और हाल ही में उनकी एंजियोप्लास्टी हुई थी।

अपनी अस्वस्थता की वजह से वह अपने आखिरी सार्वजनिक कार्यक्रम में व्हीलचेयर पर आए थे। वह अपने पीछे पत्नी और तीन बच्चों को छोड़ गए हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झुनझुनवाला के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने आर्थिक जगत में अपनी अमिट छाप छोड़ी है। मोदी ने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘राकेश झुनझुनवाला जिंदादिल, हाजिरजवाब और गहरी समझ वाले व्यक्ति थे।’’

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ट्वीट किया, ‘‘श्री राकेश झुनझुनवाला अब नहीं रहे। वह जोखिम लेने में काफी साहस दिखाते थे और शेयर बाजार को लेकर उनकी समझ जबर्दस्त थी। मेरी उनके साथ कई बार बातचीत हुई। उनको भारत की ताकत और क्षमता में भरोसा था।’’

देश के सबसे अमीर व्यक्ति और अडाणी समूह के प्रमुख गौतम अडाणी ने कहा कि झुनझुनवाला एक पूरी पीढ़ी के लिए प्रेरणा थे।

टाटा समूह के मानद चेयरमैन रतन टाटा ने अपने शोक संदेश में कहा कि झुनझुनवाला को हमेशा बाजारों के बारे में गहरी समझ के साथ उनके हंसमुख व्यक्तित्व, दयालुता और दूरदर्शिता के लिए याद किया जाएगा।

फोर्ब्स के अनुसार, झुनझुनवाला की नेटवर्थ 5.8 अरब डॉलर थी। फोर्ब्स की 2021 की सूची के अनुसार, वह भारत के 36वें सबसे अमीर व्यक्ति थे। कई बार उनकी तुलना दिग्गज अमेरिकी निवेशक वारेन बफे से की जाती थी। उन्हें भारतीय बाजारों का ‘बिग बुल’ भी कहा जाता था।

उन्होंने हाल में जेट एयरवेज के पूर्व मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विनय दुबे और इंडिगो के पूर्व प्रमुख आदित्य घोष के साथ मिलकर देश की नई किफायती विमान सेवा कंपनी ‘आकाश एयर’ की शुरुआत की। इस एयरलाइन ने एक हफ्ते पहले ही मुंबई से अहमदाबाद की उड़ान के साथ अपना परिचालन शुरू किया है।

चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) रहे झुनझुनवाला ने कंपनियों के खातों का ऑडिट करने के बजाय दलाल पथ की राह चुनी। 1985 में उन्होंने अपने कॉलेज के दिनों में भारतीय शेयर बाजारों में निवेश की शुरुआत मात्र 5,000 रुपये की पूंजी से की थी।

उनके पोर्टफोलियो में स्टार हेल्थ, टाइटन, रैलिस इंडिया, केनरा बैंक, इंडियन होटल्स कंपनी, एग्रो टेक फूड्स, नजारा टेक्नोलॉजीज और टाटा मोटर्स शामिल हैं। उनका तीन दर्जन से ज्यादा कंपनियों में निवेश था।

टाइटन, स्टार हेल्थ, टाटा मोटर्स और मेट्रो ब्रांड्स जैसी कंपनियों में उनकी बड़ी हिस्सेदारी थी।

अकेले टाइटन में ही उनकी 5.05 प्रतिशत हिस्सेदारी का मूल्य 11,000 करोड़ रुपये है। उनकी सबसे अधिक 23.37 प्रतिशत हिस्सेदारी एप्टेक लि. में है। स्टार हेल्थ एंड अलायड इंश्योरेंस कंपनी में उनकी 17.49 प्रतिशत, मेट्रो ब्रांड्स में 14.43 प्रतिशत, एनसीसी लि. में 2.62 प्रतिशत और नजारा टेक्नोलॉजीज में 10.03 प्रतिशत हिस्सेदारी है।

वह हंगामा मीडिया और एप्टेक के चेयरमैन थे। वह कई कंपनियों के निदेशक मंडल में भी शामिल थे।

झुनझुनवाला का जन्म पांच जुलाई, 1960 को राजस्थान के परिवार में हुआ था। वह मुंबई में पले-बढ़े थे। मुंबई में उनके पिता आयकर आयुक्त थे।

उन्होंने साइडेन्हेम कॉलेज से स्नातक की डिग्री हासिल की और बाद में भारतीय सनदी लेखाकार संस्थान (आईसीएआई) में नामांकन कराया।

झुनझुनवाला ने 1986 में टाटा टी के 5,000 शेयर 43 रुपये के भाव पर खरीदे। तीन माह में यह शेयर 143 रुपये पर पहुंच गया। यह उनका पहला बड़ा मुनाफा था। तीन साल में उन्होंने 20 से 25 लाख रुपये की कमाई की।

झुनझुनवाला ने जिस समय शेयर बाजारों में निवेश करना शुरू किया उस समय सेंसेक्स 150 अंक पर था। आज सेंसेक्स 59,000 अंक के स्तर पर मौजूद है।

भाषा प्रेम

प्रेम

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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