वाशिंगटन: अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के भारतीय मूल के समर्थकों ने फ्लोरिडा में उनके आलीशान घर पर छापे मारे जाने के कदम को पूर्व राष्ट्रपति के खिलाफ ‘दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई’ बताया है.
गौरतलब है कि संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) ने सोमवार को ट्रंप के फ्लोरिडा स्थित आवास पर छापा मारा था और उनकी तिजोरी भी तोड़ दी थी. अमेरिका का न्याय मंत्रालय इस बात की तफ्तीश कर रहा है कि क्या ट्रंप ने 2020 में व्हाइट हाउस छोड़ने के बाद अपने फ्लोरिडा स्थित आवास पर गोपनीय रिकॉर्ड छिपाए हैं.
अमेरिकी उद्यमी एवं फ्लोरिडा के ओकोला में समुदाय के नेता दिग्विजय गायकवाड़ ने बुधवार को कहा, ‘‘यह अनुचित, अन्यायपूर्ण, अनसुनी और पूरी तरह से आश्चर्यजनक कार्रवाई थी.’
ट्रंप के भारतीय-अमेरिकी समर्थक एफबीआई के छापे के खिलाफ खुलकर सामने आ गए हैं और उन्होंने आरोप लगाया कि यह कार्रवाई राजनीति से प्रेरित है.
‘इंडियन अमेरिकन ट्रंप अभियान’ की सदस्य डॉ. शोभा ने कहा, ‘मुझे लगता है कि यह जरूरी नहीं था और जांच करने का यह सही तरीका नहीं है. यह केवल निशाना बनाने को लेकर की गई दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई का रूप ले रहा है. कोई भी कानून से ऊपर नहीं है, लेकिन साथ ही आपको उचित कार्रवाई करने की आवश्यकता है.’
एफबीआई ने ट्रंप के घर पर ऐसे वक्त में छापा मारा है जब वह 2024 में राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए अपनी दावेदारी पेश करने की तैयारी कर रहे हैं.
ट्रंप के चुनाव प्रचार अभियान के लिए निधि एकत्रित करने वाले और उनके समर्थक अल मैसन ने कहा, ‘ट्रंप सकारात्मकता पर एक किताब हैं. यह छापा ट्रंप के लिए सकारात्मक है उनके लिए एक तरह का आशीर्वाद है. यह निश्चित ही उन्हें 2024 में फायदा पहुंचाएगा.’
वहीं, निवेशक एवं उद्यमी श्रीधर चित्याला ने एफबीआई के छापों को अभूतपूर्व और अवांछित बताया है.
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