नयी दिल्ली, 15 जून (भाषा) राजधानी में खुदरा और थोक बाजारों को बढ़ावा देने के लिए दिल्ली सरकार द्वारा ‘होल शॉपिंग फेस्टिवल’ का आयोजन किया जाएगा। कई बाजार और व्यापारिक संघों ने उम्मीद जताई है कि दिल्ली सरकार के इस कदम से बिक्री को बढ़ावा मिलेगा और कारोबार को कोविड-पूर्व स्तर पर वापस लाने में मदद मिलेगी।
व्यापारियों ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इस तरह के शॉपिंग मेले से रोजगार के अवसर बढ़ाने में भी मदद मिलेगी।
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सोमवार को घोषणा की कि दिल्ली सरकार राजधानी के प्रमुख थोक बाजारों को दुनियाभर में एक नई पहचान देने के लिए एक ‘थोक खरीदारी मेले’ का आयोजन करेगी। सिसोदिया ने थोक बाजारों के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा था, ‘‘यह दिल्ली की एक विशिष्टता है कि यहां कपड़ा, इलेक्ट्रॉनिक्स, मसाले और किताबों समेत लगभग हर जरूरत के सामान का थोक बाजार है। हमारा उद्देश्य इन थोक बाजारों का कारोबार और रोजगार के अवसर बढ़ाना है।’’
उन्होंने कहा कि इस मेले से बाजारों को अपने कारोबार के विपणन और ब्रांडिंग में मदद मिलेगी।
सरोजिनी नगर मिनी मार्केट ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक रंधावा ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि खरीदारी मेले से बिक्री बढ़ाने में मदद मिलेगी, जो कोविड-19 महामारी से प्रभावित हुई है। इसके साथ ही यह रोजगार देने में भी मदद करेगा।’’
रंधावा ने कहा कि महामारी के कारण कारोबार को बहुत नुकसान हुआ है और वे अभी भी इससे उबरने की कोशिश कर रहे हैं।
चांदनी चौक सर्व व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजय भार्गव ने कहा, ‘‘राजधानी में चांदनी चौक और कनॉट प्लेस ही ऐसे बाजार हैं जहां खरीदारी मेले का आयोजन किया जा सकता है।’’
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