नयी दिल्ली, 14 जून (भाषा) उद्यम पूंजी फर्म सिकोया इंडिया और सिकोया साउथईस्ट एशिया ने स्टार्टअप और अन्य उपक्रमों के वित्तपोषण के लिए 2.85 अरब डॉलर जुटाए हैं। कंपनी ने मंगलवार को एक बयान में यह जानकारी दी।
इस क्षेत्र में किसी भी उद्यम पूंजी कोष द्वारा एक किस्त में जुटाई गई यह सबसे बड़ी राशि है।
इसमें से दो अरब डॉलर की राशि दो कोषों के जरिये भारत के लिए जुटाई गई है, जबकि शेष 85 करोड़ डॉलर दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए हैं। सिकोया पहली बार दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के लिए एक समर्पित कोष पेश कर रही है। मंगलवार को एक ब्लॉग में यह जानकारी दी गई।
सिकोया ने बयान में कहा, ‘‘सिकोया इंडिया और सिकोया साउथईस्ट एशिया ने मिलकर नए कोषों के जरिये 2.85 अरब डॉलर जुटाए हैं। इसमें इंडिया वेंचर एंड ग्रोथ फंड शामिल है।’’
सिकोया ने इस क्षेत्र में पहले किए गए निवेश को तेजी से निकाला भी है और उसने इस तरह पिछले 18 महीनों में चार अरब डॉलर हासिल किए। उसके द्वारा वित्त पोषित नौ कंपनियां पिछले दिनों सूचीबद्ध हुईं।
सिकोया भारत के सबसे आक्रामक उद्यम पूंजी निवेशकों में से एक रही है। सिकोया इंडिया ने पूरे भारत और दक्षिण-पूर्व एशिया में 400 से अधिक स्टार्टअप में निवेश किया है, जिनमें से 36 यूनिकॉर्न हैं। इन यूनिकॉर्न (एक अरब डॉलर से अधिक मूल्य के स्टार्टअप) में जोमैटो, अनअकैडमी, पाइनलैब्स, बायजू और रोजरपे शामिल हैं।
उद्यम पूंजी फर्म ने कहा कि ताजा निवेश की यह घोषणा ऐसे वक्त में हुई है, जब बाजार में लंबी तेजी के बाद गिरावट का रुख है, और यह इस क्षेत्र के प्रति कंपनी की गहरी प्रतिबद्धता को दर्शता है।
ब्लॉग में कहा गया कि भारत और दक्षिण-पूर्व एशिया में स्टार्टअप और उद्यम पूंजी पारिस्थितिकी तंत्र ने पिछले एक दशक में काफी प्रगति की है और यह परिपक्व होता रहेगा।
सिकोया भारत में पिछले 16 साल से और दक्षिण-पूर्व एशिया में 10 वर्ष से मौजूद है।
भाषा पाण्डेय अजय
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