(योषिता सिंह)
संयुक्त राष्ट्र/जिनेवा, 23 मई (भाषा) विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रमुख डॉ टेड्रोस अदानोम घेब्रेयसस ने कहा है कि भारत में 10 लाख से अधिक मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता (आशा) लोगों को उम्मीद देती हैं और देश की प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली में एक अहम भूमिका निभाती हैं।
घेब्रेयसस ने कहा कि भारत में आशा की महिला स्वयंसेवी को डब्ल्यूएचओ ने समुदाय को स्वास्थ्य प्रणाली से जोड़ने में अहम भूमिका निभाने के लिए सम्मानित किया है। उन्होंने कहा कि आशा ने इस कार्य के जरिये यह सुनिश्चित किया कि ग्रामीण गरीब लोगों की भी प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं तक आसान पहुंच हो सके, जैसा कि कोविड-19 महामारी के दौरान देखने को मिला।
डब्ल्यूएचओ महानिदेशक ने रविवार को छह पुरस्कारों की घोषणा की। ये पुरस्कार वैश्विक स्वास्थ्य को आगे बढ़ाने, क्षेत्रीय स्वास्थ्य मुद्दों के लिए नेतृत्व और प्रतिबद्धता का प्रदर्शित करने के लिए दिए गए हैं।
घेब्रेयेसस ने ‘ग्लोबल हेल्थ लीडर्स अवार्ड’ के लिए विजेताओं के नामों को चुना। इन पुरस्कारों की स्थापना 2019 में की गई थी और पुरस्कार समारोह 75वीं विश्व स्वास्थ्य सभा के उच्च-स्तरीय उद्घाटन सत्र का हिस्सा था।
डब्ल्यूएचओ महानिदेशक ने आशा को पुरस्कृत करते हुए कहा कि भारत की 10 लाख से अधिक आशा स्वास्थ्य सेवाओं से लोगों को जोड़ने के अपने कार्य के लिए सम्मानित की जा रही हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हिंदी में आशा का अर्थ उम्मीद होता है। और यह बिल्कुल सच्चे अर्थों में आशा प्रदान कर रही है। जिनेवा में भारत के स्थायी मिशन की प्रथम सचिव सीमा पुजानी ने पुरस्कार ग्रहण किया। ’’
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सुभाष नरेश
नरेश
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