मुंबई, चार मई (भाषा) भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के चेयरमैन दिनेश खारा ने बुधवार को कहा कि रिजर्व बैंक का अचानक से नीतिगत दर के साथ-साथ नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) को बढ़ाना केंद्रीय बैंक के कामकाज में लचीलेपन को बताता है और इससे बाजार को समर्थन मिलेगा।
उन्होंने आरबीआई के कदम को समस्या से निपटने के लिये अग्रिम कार्रवाई बताया।
खारा ने बयान में कहा, ‘‘भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने वैश्विक स्तर पर बदलती स्थिति को भांपते हुए हुई रेपो दर और सीआरआर में वृद्धि कर अग्रिम कदम उठाया है। यह आरबीआई के कामकाज में लचीलेपन को भी बताता है। इस कदम से बाजार को समर्थन मिलेगा।’’
इस बीच, साउथ इंडियन बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) मुरली रामकृष्णन ने कहा कि इन दोनों उपायों की उम्मीद की जा रही थी। आरबीआई ने मुद्रास्फीति दबाव को देखते हुए ये कदम उठाये।
उन्होंने कहा, ‘‘इससे कर्ज और जमा पर ब्याज दरें बढ़ सकती हैं। यह ब्याज दर बढ़ने की शुरुआत हो सकती है।’’
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रमण अजय
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