रामेश्वरम (तमिलनाडु), 22 अप्रैल (भाषा) गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहे श्रीलंका के 18 और नागरिक शुक्रवार को भारत पहुंचे।
जिले के धनुषकोडी में तड़के पहुंचने वाले इन असहाय परिवारों को मंडपम शरणार्थी शिविर में ठहराया गया है।
भारत पहुंचे श्रीलंका के नागरिक देश की अर्थव्यवस्था को पंगु बनाने वाले गंभीर संकट को लेकर निराश दिखे और उन्होंने बताया कि वह वहां मिल्क पाउडर भी वहन नहीं कर पा रहे थे। साथ ही उन्होंने सरकार पर नागरिकों को लेकर उदासीन रवैया अपनाने का आरोप लगाया।
इन 18 लोगों में बच्चे भी शामिल थे। यह लोग दो जत्थों में दो नावों के जरिए भारत आए। इसके बाद इन लोगों को अरिचलमुनैई ले जाया गया।
देश छोड़ने वाले श्रीलंकाई लोगों के नवीनतम जत्थे में शामिल दो महिलाओं ने कहा कि उन्होंने भारत आने के दौरान रास्ते में बारिश का भी सामना किया।
गौरतलब है कि श्रीलंका 1948 में ब्रिटेन से आजादी मिलने के बाद से अब तक के इतिहास में, अभूतपूर्व आर्थिक और ऊर्जा संकट का सामना कर रहा है। देश में ईंधन की कीमतें आसमान छू रहीं हैं।
श्रीलंका में लोग राष्ट्रपति गोटाबया राजपक्षे और उनकी पार्टी श्रीलंका पोदुजाना (पेरामुना) के नेतृत्व वाली सरकार के इस्तीफे की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
भाषा रवि कांत पवनेश
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