नयी दिल्ली, 17 अप्रैल (भाषा) हनुमान जयंती जुलूस के दौरान हुई हिंसा के एक दिन बाद उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के जहांगीरपुरी के प्रभावित क्षेत्रों में रविवार को तनावपूर्ण शांति रही और दंगा रोधी बल सहित पुलिस की भारी मौजूदगी दिखी।
जहांगीरपुरी मेट्रो स्टेशन के पास की दुकानें और बाजार रविवार को खुले रहे, हालांकि ज्यादातर लोग घरों में ही रहे।
शनिवार शाम हुई हिंसा का केंद्र रहे जहांगीरपुरी के सी ब्लॉक में पुलिस बल की भारी मौजूदगी रही। हिंसा में एक स्थानीय व्यक्ति और आठ पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।
मस्जिद के पास सी ब्लॉक निवासी दुकानदार मुकेश ने कहा कि जिन लोगों ने इलाके में शांति भंग करने की कोशिश की, वे बाहरी रहे होंगे।
मुकेश ने कहा, ‘मैं यहां पिछले 35 साल से रह रहा हूं लेकिन इस इलाके में इस तरह की हिंसा कभी नहीं देखी। हिंदू और मुसलमान यहां शांति से रहते हैं। जुलूस में जो लोग शामिल थे, वे बाहरी रहे होंगे, न कि जहांगीरपुरी के स्थानीय लोग।’
दोनों समुदायों के कुछ सदस्यों ने आरोप लगाया कि दूसरे पक्ष की कार्रवाई से हिंसा हुई।
सी ब्लॉक के निवासी शेख अमजद ने कहा कि कल शाम जब हिंसा भड़की तो वह सी ब्लॉक में मस्जिद के अंदर थे।
उन्होंने कहा, ‘वे (हनुमान जयंती जुलूस में शामिल लोग) ‘जय श्री राम’ बोल रहे थे और भड़काऊ नारे लगा रहे थे। वे जबरन मस्जिद में घुस गए और इसके परिसर में भगवा झंडे लगाने लगे। वे हमें तलवार दिखाकर धमका रहे थे … तभी पथराव शुरू हुआ। जहांगीरपुरी में इस तरह की घटना पहले कभी नहीं हुई।’
अमजद ने दावा किया कि करीब 50 लोग जबरन मस्जिद में घुस गए।
इस संबंध में मनोज कुमार ने कहा कि जब हिंसा हुई तब वह सी ब्लॉक में अपनी दुकान पर थे।
कुमार ने कहा, ‘मैंने लोगों को चिल्लाते और अपने घरों के अंदर भागते देखा… पहले मैंने यहां समुदायों के बीच मौखिक तकरार देखी है। जुलूस में लोग हथियार लेकर चल रहे थे, लेकिन पथराव पहले मुसलमानों ने किया।’
मस्जिद के पास सी और डी ब्लॉक तथा इसके आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है। हर 200 मीटर की दूरी पर अवरोधक लगाए गए हैं और पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। इसके बावजूद सी ब्लॉक में मस्जिद के आसपास की दुकानें बंद रहीं।
पुलिस के मुताबिक, दो समुदायों के बीच झड़प के दौरान पथराव और आगजनी हुई तथा कुछ वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया गया।
दिल्ली पुलिस ने हिंसा के मामले में 14 लोगों को गिरफ्तार किया है।
रविवार की सुबह जहांगीरपुरी में उस इलाके में भारी पुलिस बल तैनात दिखा, जहां झड़प हुई थी। इस संबंध में एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि स्थिति पर कड़ी नजर रखने के लिए रैपिड एक्शन फोर्स की एक टीम भी तैनात की गई है। उन्होंने कहा कि स्थिति अब नियंत्रण में है।
वहीं, एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘माहौल खराब करने वालों का पता लगाने के लिए ड्रोन और चेहरे की पहचान करने वाले सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया जा रहा है। अपराधियों की पहचान करने और उनका पता लगाने के लिए सभी मोाबाइल वीडियो और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की पड़ताल की जा रही है।’’
विशेष आयुक्त (कानून और व्यवस्था) जोन-1 दीपेंद्र पाठक ने कहा, ‘अभी स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। यहां हमारे अतिरिक्त बल तैनात हैं। हमने शांति समिति की बैठकें की हैं और क्षेत्रों के प्रमुख निवासियों के संपर्क में भी हैं, जिन्होंने आश्वासन दिया है कि वे संबंधित क्षेत्रों में शांति बनाए रखेंगे।’
भाषा नेत्रपाल दिलीप
दिलीप
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.