केंद्रपाड़ा (ओडिशा), पांच अप्रैल (भाषा) ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले में दलित वर्ग के एक व्यक्ति को मंगलवार को अपनी आठ वर्षीय बेटी के शव को बाइक के जरिए अस्पताल से अपने गांव ले जाने के लिए मजबूर होना पड़ा।
भुवनेश्वर से करीब 75 किलोमीटर दूर डेराबिश प्रखंड के छचिना गांव के सुनाकर कंडी की बेटी बैसाखी को सोमवार की रात सांप ने काट लिया। बाद में उसकी अस्पताल में मौत हो गई।
‘महाप्रयाण’ वैन की अनुपलब्धता के कारण लड़की के पिता और चाचा केंद्रपाड़ा के जिला मुख्यालय अस्पताल से लगभग 20 किमी की दूरी पर एक बाइक से शव ले जाने के लिए मजबूर हुए।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक द्वारा 2016 में अस्पतालों से शवों को ले जाने के लिए मुफ्त वाहन उपलब्ध कराने की ‘महाप्रयाण’ योजना शुरू करने के बावजूद यह घटना हुई है। दिहाड़ी मजदूर कंडी ने कहा, ‘‘मैंने विनती की। लेकिन अस्पताल के अधिकारियों ने कोई ध्यान नहीं दिया।’’
मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी अनीता पटनायक ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा, ‘‘जिला चिकित्सा अधिकारी को घटना की विस्तृत रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है। घटना सही पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।’’
कालाहांडी में दाना मांझी नाम के एक व्यक्ति को अपनी पत्नी के शव के साथ 10 किमी पैदल चलना पड़ा, जिसके तुरंत बाद ओडिशा में ‘महाप्रयाण’ योजना शुरू की गई थी।
भाषा आशीष पवनेश
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