नई दिल्ली: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने गुरुवार को राष्ट्र के नाम लाइव संबोधन में साफ किया कि वो इस्तीफा नहीं देंगे. उन्होंने विपक्षी नेताओं पर निशाना साधते हुए उन्हें गद्दार करार दिया और लोगों से अपील कि कि लोग इनकी शक्लें न भूलें.
उन्होंने कहा, ‘इस संडे को मुल्क का फैसला होना है.’ खान ने कहा, ‘मुझे किसी ने कहा कि आप इस्तीफा दे दीजिए. जो मेरे साथ क्रिकेट खेलते थे उन्होंने देखा है कि मैं आखिरी गेंद तक मुकाबला करता हूं.’
पाकिस्तान के वज़ीर-ए-आज़म इमरान खान ने कहा, ‘मैंने कभी जिंदगी में हार नहीं मानी. वोट का जो भी रिजल्ट हो, मैं और ज्यादा मजबूत होऊंगा. मैं इसका मुकाबला करूंगा. मैं अंत तक खड़ा रहूंगा.’
खान ने कहा कि मुल्क का सौदा करने वाले मुझे हटाने के लिए एक हुए हैं. उन्होंने कहा कि बीते 3.5 साल में जो काम पाकिस्तान में हुआ है, इससे पहले किसी दौर में नहीं हुआ.
पाकिस्तान के विपक्षी दलों के नेताओं को खान ने कहा कि ये मौजूदा दौर के मीर जाफर और मीर सादिक हैं. उन्होंने कहा कि इन्हें आने वाली नस्लें कभी माफ नहीं करेंगी. उन्होंने लोगों से एक-एक गद्दार की शक्लें याद रखने की अपील की है.
खान ने पाकिस्तान के विपक्षी नेताओं से कहा, ‘ये कौम न कुछ भूलेगी, न आपको माफ करेगी. उन्होंने कहा कि इमरान खान चुप कर के नहीं बैठेगा.’
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‘अपनी कौम को किसी की गुलामी नहीं करने दूंगा’
अपने लाइव संबोधन में इमरान खान ने कहा कि देश उस स्थिति में जब हमारे सामने दो रास्ते हैं और हमें फैसला करना है कि हमें कौन सा रास्ता लेना है. उन्होंने कहा, “मैं कौम को बताना चाहता हूं कि मेरे तरह का आदमी राजनीति में आया क्यों. ज्यादातर लोगों को राजनीति में आने से पहले लोग नहीं जानते.’
उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान मुझसे सिर्फ 5 साल बड़ा है. मैं पाकिस्तान की पहली जेनरेशन था, जो आजाद पाकिस्तान में जन्मा था. हमारे मां-बाप गुलामी के दौर में पैदा हुए थे. मुझे वे हमेशा याद दिलाते थे कि तुम आजाद मुल्क में पैदा हुए हो.’
खान ने कहा, ‘मैं भाग्यशाली हूं कि भगवान ने मुझे सब कुछ दिया- प्रसिद्धि, धन, सब कुछ. मुझे आज किसी चीज की ज़रूरत नहीं है, उसने मुझे सब कुछ दिया जिसके लिए मैं बहुत आभारी हूं.’
इमरान खान ने कहा कि खुद्दारी आजाद मुल्क की निशानी होती है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का मकसद एक अज़ीम मकसद था.
उन्होंने कहा, ‘जब मैंने 25 साल पहले राजनीति शुरू की थी तब कहा था कि न मैं किसी के सामने झुकूंगा, न अपनी कौम को किसी के सामने झुकने दूंगा. अपनी कौम को किसी की गुलामी नहीं करने दूंगा.’
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने अमेरिका पर भी निशाना साधा लेकिन साथ ही कहा कि वो एंटी इंडिया या एंटी अमेरिका नहीं हूं. उन्होंने कहा, ‘वार ऑफ टेरर पर हम अमेरिका से डरे और हमने उनकी हिमायत की.’ वहीं खान ने नवाज शरीफ और पूर्व राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ को भी उनकी नीतियों के कारण घेरा.
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‘चुने हुए प्रधानमंत्री के खिलाफ बाहरी मुल्क काम कर रहा है’
इमरान खान ने कहा कि चुने हुए प्रधानमंत्री के खिलाफ बाहरी मुल्क काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि किसी आजाद मुल्क के लिए जिस तरह का मैसेज हमें आया, ये प्रधानमंत्री के खिलाफ है, लेकिन साथ ही ये कौम के खिलाफ भी है.
उन्होंने कहा, ‘8 मार्च को एक विदेशी देश से हमें मैसेज आता है जिसमें बहाना दिया जाता है कि वे पाकिस्तान पर क्यों गुस्सा हैं. और अगर इमरान खान को हटा दिया जाता है तो पाकिस्तान को माफ कर दिया जाएगा. लेकिन अगर ऐसा नहीं होता तो पाकिस्तान को मुश्किल वक्त का सामना करना पड़ेगा.’
उन्होंने कहा, ‘हमसे ये कहा गया कि अगर इमरान खान पीएम रहता है तो हमारे साथ आपके ताल्लुकात खराब हो जाएंगे.’
बता दें कि पाकिस्तान के विपक्षी दलों ने इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आई है जिस पर रविवार को वोटिंग होनी है. विपक्षी दल ये दावा कर रही है कि उनके पास बहुमत है और उनकी मांग है कि इमरान खान को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.
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