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Tuesday, 19 November, 2024
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मुनाफावसूली से सेंसेक्स 115.48 टूटा, 2021-22 में दिया 18 प्रतिशत से ज्यादा का ‘रिटर्न’

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मुंबई, 31 मार्च (भाषा) घरेलू शेयर बाजार वित्त वर्ष 2021-22 के अंतिम दिन बृहस्पतिवार को शुरुआती बढ़त को गंवाते हुए अंत में नुकसान के साथ बंद हुए। तीन दिन की तेजी के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज, इन्फोसिस और एचडीएफसी बैंक में मुनाफावसूली से बाजार नीचे आया।

तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स वायदा एवं विकल्प खंड में मासिक सौदों के निपटान के अंतिम दिन उतार-चढ़ाव के बीच 115.48 अंक यानी 0.20 प्रतिशत की गिरावट के साथ 58,568.51 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह ऊंचे में 58,890.92 अंक तक गया और नीचे में 58,485.79 अंक तक आया।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 33.50 अंक यानी 0.19 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,464.75 अंक पर बंद हुआ।

पूरे वित्त वर्ष 2021-22 में बीएसई सेंसेक्स 9,059.36 अंक यानी 18.29 प्रतिशत, जबकि एनएसई निफ्टी 2,774.05 अंक यानी 18.88 प्रतिशत मजबूत हुआ।

एलकेपी सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख एस रंगनाथन ने कहा, ‘‘हालांकि, वित्त वर्ष 2021-22 के अंतिम दिन बाजार नरम रहा लेकिन इस साल निफ्टी ने करीब 19 प्रतिशत का लाभ दिया है। वहीं दो खंडवार सूचकांक…धातु और मीडिया ने 50 प्रतिशत से ज्यादा ‘रिटर्न’ दिया।

उन्होंने कहा, ‘‘मिडकैप- 100 और स्मॉलकैप-100 ने इस साल 25 प्रतिशत रिटर्न दिया। यह लाभ तब मिला है जब एफपीआई (विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक) ने बाजार से काफी बिकवाली की। यह विभिन्न चुनौतियों के बीच घरेलू निवेशकों के भरोसे को बताता है।’’

सेंसेक्स के तीस शेयरों में रिलायंस इंडस्ट्रीज लि. 1.46 प्रतिशत नीचे आया। इसके अलावा विप्रो (1.44 प्रतिशत), डॉ. रेड्डीज (1.04 प्रतिशत) भी नुकसान में रहे। एचडीएफसी बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट और इन्फोसिस में भी गिरावट रही।

दूसरी तरफ हिंदुस्तान यूनिलीवर लि. सबसे अधिक 1.66 प्रतिशत चढ़ा। इसके अलावा महिंद्रा एंड महिंद्रा (1.59 प्रतिशत), इंडसइंड बैंक (0.93 प्रतिशत), भारती एयरटेल (0.80 प्रतिशत), आईटीसी (0.66 प्रतिशत) और टाइटन 0.5 प्रतिशत लाभ में रहे।

सिटीबैंक के अधिग्रहण की घोषणा करने वाले एक्सिस बैंक का शेयर 1.39 प्रतिशत मजबूत हुआ।

कोटक सिक्योरिटीज लि. के इक्विटी शोध (खुदरा) प्रमुख श्रीकांत चौहान ने कहा, ‘‘वैश्विक बाजारों में गिरावट के रुख का असर निवेशकों पर पड़ा। कच्चे तेल के दाम में नरमी और रूस-यूक्रेन संकट खत्म होने की उम्मीद में वैश्विक बाजारों में हाल की तेजी के बाद गिरावट रही। निवेशकों ने वायदा एवं विकल्प खंड में मासिक सौदों के निपटान के अंतिम दिन सतर्क रुख अपनाया।’’

एशिया के अन्य बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट, जापान का निक्की और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में, जबकि दक्षिण कोरिया का कॉस्पी लाभ में रहा।

यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर के कारोबार में ज्यादातर में गिरावट का रुख रहा।

इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 5.09 प्रतिशत लुढ़ककर 107.68 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। अमेरिका के अपने रणनीतिक भंडार से 18 करोड़ बैरल तेल जारी करने की रिपोर्ट के बाद कच्चे तेल के दाम नीचे आये।

शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बुधवार को शुद्ध रूप से 1,357.47 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।

भाषा रमण अजय

अजय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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