पुरी, 18 मार्च (भाषा) ओडिशा के पुरी में शुक्रवार को डोला पूर्णिमा के अवसर पर श्री जगन्नाथ मंदिर में देवी-देवताओं को सोने के आभूषण पहनाए गए और उनकी पूजा अर्चना की गयी। इस अवसर पर मंदिर में हुए अनुष्ठान को देखने और दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी, जिसके कारण एक समय भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गयी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों के मुताबिक यह घटना तब हुई जब 12वीं सदी के मंदिर के सिंह द्वार के सामने लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई और बैरिकेड्स तोड़कर सोने के आभूषणों और पोशाक से अलंकृत भगवान बलभद्र, देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ की एक झलक पाने के लिए मंदिर में घुसने की कोशिश करने लगी।
इस अवसर पर देवताओं को मंदिर के खजाने से निकाले गए हीरे और रत्नों से अलंकृत सोने के आभूषणों से सजाया गया था।
श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि भीड़ को बाद में ठीक से प्रबंधित किया गया और किसी को कोई चोट नहीं आई, हालांकि इस दौरान कुछ महिलाएं जमीन पर गिर गई थीं।
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, “हमें इतनी बड़ी संख्या में भक्तों के आने की उम्मीद नहीं थी। कई भक्त मंदिर में सोना वेश (देवताओं को सोने के आभूषण पहनाने का अनुष्ठान) को देखने के लिए आए, क्योंकि उन्हें कोविड-19 प्रतिबंधों के कारण दो साल से इस अवसर से वंचित होना पड़ा था। महिलाओं सहित लोगों ने बैरिकेड तोड़ दिये और हमें धक्का देकर मंदिर में प्रवेश करने के प्रयास किये।”
भाषा रवि कांत सुरेश
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